भोपाल: मध्य प्रदेशकी सियासत में सियासी घमासान मचा हुआ है. वन मंत्री उमंग सिंघार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के विवाद को सुलझाने तमाम कोशिशें की जा रही हैं. दिग्विजय सिंह की नाराजगी की बातों के बीच सीएम कमलनाथ से मिलने से पहले कांग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा वन मंत्री उमंग सिंघार से मुलाकात करने पहुंची. उन्होंने (शोभा ओझा) वन मंत्री से हर मुद्दे पर चर्चा की और उन्हें मनाने की कोशिश की.
कम्युनिकेशन गैप हर पार्टी में होता है
कॉन्ग्रेस मीडिया सेल की अध्यक्ष शोभा ओझा का कहना है कि वन मंत्री उमंग सिंघार को मनाने नहीं, बल्कि चर्चा करने के लिए गई थी. उनका कहना है कि जिस तरह से मतभेद या कम्युनिकेशन गैप हर पार्टी में होता है, लेकिन इस तरह की बातें पब्लिक डोमेन में नहीं आनी चाहिए. हर तबके के लिए सीएम कमलनाथ काम कर रहे हैं. जनता के विकास के लिए लगातार तत्पर हैं. ऐसे में इस तरह की बातें पब्लिक डोमेन में आती हैं, तो विपक्ष को मौका मिलता है. बदनामी होती है और विपक्ष को एक औजार मिलता है. इस तरह का काम मंत्रियों को नहीं करना चाहिए.
घर-परिवार में करनी थी चर्चा
अगर कोई मतभेद होते है तो मुलाकात के बाद घर में ही सुलझाने की कोशिश की जाएगी. हर नेता का अपना नजरिया होता है. मतभेद-मनभेद नहीं बनना चाहिए. घर-परिवार में ही पहले चर्चा कर लेनी चाहिए. पार्टी के अंदर चर्चा करके ही इस तरह के मामले सुलझा लेने चाहिए. मुख्यमंत्री जब चर्चा करेंगे तो सब सुलझ जाएगा. उम्मीद पूरी है कि मतभेद दूर हो जाएंगे. आगे ऐसी बात जनता के बीच ना आए ये जरूरी है. हर नेता का अपना नजरिया होता है, लेकिन जो भी मतभेद हैं वो मनभेद नहीं बनना चाहिए. जब बातें पब्लिक में आती हैं तो उसका असर गलत होता है.
मुलाकात से सुलझ जाएंगे मतभदे
वन मंत्री उमंग सिंघार नाराज हैं तो सख्त कार्रवाही होगी या नहीं मुझे नहीं पता है, लेकिन पूरी उम्मीद है कि ये समस्या सुलझ जाएगी. कोई बड़ी बात नहीं है. कुछ नाराजगी है तो दूर कर ली जाएगी. हर पार्टी में इस तरह की बातें आती हैं और उनको सुलझाना जरूरी होता है. कांग्रेस-परिवार में कोई बात आई है तो जरूर सुलझाया जाएगा, जिससे आगे इस तरह की बातें सामने ना आएं. मुख्यमंत्री कमलनाथ के हाथ को मजबूत बनाएं ना कि कमजोर करने की कोशिश करें.