नई दिल्ली :प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक की जांच करने के लिए गृह मंत्रालय ने जांच समिति का गठन किया है. गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय समिति पंजाब के फिरोजपुर में पीएम मोदी के काफिले को रोके जाने के कारणों की पड़ताल करेगी. गृह मंत्रालय की समिति का गठन घटना के एक दिन बाद किया गया है. पीएम मोदी को कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क अवरुद्ध किए जाने के कारण 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहने के बाद पंजाब की अपनी यात्रा से वापस लौटना पड़ा था.
गृह मंत्रालय की तीन सदस्यीय समिति का नेतृत्व सुरक्षा सचिव सुधीर कुमार सक्सेना करेंगे. सक्सेना कैबिनेट सचिवालय में पदस्थापित हैं. उनके अलावा इस समिति में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह और स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के महानिरीक्षक (आईजी) एस सुरेश भी शामिल होंगे.
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पांच जनवरी, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब के फिरोजपुर की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक की जांच के लिए समिति का गठन किया है.
पीएम की सुरक्षा में चूक की जांच के लिए गृह मंत्रालय ने बनाई जांच समिति
फिरोजपुर में पीएम की सुरक्षा में चूक की घटना पर गृह मंत्रालय ने कहा, इस घटना से उजागर हुआ है कि वीवीआईपी गंभीर सुरक्षा जोखिम का सामना कर रहे हैं.
पंजाब सरकार से मांगी रिपोर्ट, समिति गठित
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को तत्काल रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश देते हुए कहा कि उसने आवश्यक तैनाती सुनिश्चित नहीं की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस बात से इनकार किया कि घटना के पीछे कोई सुरक्षा चूक या राजनीतिक मकसद था और कहा कि उनकी सरकार जांच के लिए तैयार है.
बता दें कि पांच जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम रद्द हो गया था. गृह मंत्रालय ने इसे पीएम की सुरक्षा में चूक बताया. बठिंडा एयरपोर्ट लौटने पर पीएम मोदी ने एयरपोर्ट अधिकारियों से कहा, अपने सीएम को थैंक्स कहना कि मैं जिंदा वापस लौट आया. पीएम का यह बयान समाचार एजेंसी एएनआई में आया था.
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी के फिरोजपुर दौरे पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे. जो लोग कांग्रेस पार्टी में मोदी से घृणा करते हैं वो आज प्रधानमंत्री को, उनकी सुरक्षा को कैसे भंग किया जाए, इसके लिए प्रयासरत थे. दिल्ली भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान ईरानी ने पंजाब की कांग्रेस सरकार से सवाल किया कि जब सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क साधने की कोशिश की तो क्यों कोई संवाद नहीं किया गया?
पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने पीएम की सुरक्षा में हुई चूक मामले पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि पीएम की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था और किसी तरह की चूक नहीं की हुई है. वहीं पंजाब कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि पीएम के दौरे पर जो भी हुआ वह पंजाबियत के खिलाफ है.