रायपुर की धर्म संसद में महात्मा गांधी को गाली देने के बाद देशभर में बहस की वजह बने महाराष्ट्र के संत कालीचरण का नया बयान सामने आया है। इसमें वो कह रहे हैं- गांधी को अपशब्द कहने के लिए मुझ पर FIR हुई है, मुझे उसका कोई पश्चाताप नहीं है। मैं गांधी से नफरत करता हूं, मेरे हृदय में गांधी के प्रति तिरस्कार है। अपने ताजा बयान में कालीचरण ने गोडसे को महात्मा बताते हुए कहा है मैं गोडसे को कोटि-कोटि नमस्कार करता हूं उनके चरणों में मेरा साष्टांग प्रणाम है।
कालीचरण महाराष्ट्र में हिंदूवादी संगठनों के कार्यक्रम में हमेशा शामिल होते हैं।
रायपुर की धर्म संसद में महात्मा गांधी के लिए मंच से अपशब्द का प्रयोग कर कालीचरण फरार हो गए थे। सोमवार की आधी रात कालीचरण ने इस पूरे मामले को लेकर अपना पक्ष रखते हुए एक वीडियो जारी किया। फिर से लगभग वैसी ही बातों को दोहराया जिसकी वजह से उन पर केस दर्ज किया गया है। लगभग 8 मिनट 51 सेकेंड के इस वीडियो में कालीचरण कई तरह की बातें करते दिख रहे हैं।
कालीचरण की वजह से कैसे हुआ रायपुर में बवाल देखें
इस वजह से गांधी से नफरत
उन्होंने कहा है कि गांधी की वजह से ही सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के प्रधानमंत्री नहीं बने। अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री बनते तो आज भारत अमेरिका से बड़ी पावर बन सकता था। कालीचरण ने महात्मा गांधी पर वंशवाद को बढ़ावा देने, भगत सिंह- राजगुरु की फांसी न रुकवाने, जैसे आरोप लगाए।
वीडियो में कालीचरण ने कहा है कि कोई राष्ट्र का पिता नहीं हो सकता। यदि राष्ट्रपिता बनाना है तो छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप और सरदार पटेल जैसे लोगों को बनाना चाहिए जिन्होंने राष्ट्रकुल को एकत्र करने का काम किया। गांधी को देश का बंटवारा करने का जिम्मेदार बताया।
कालीचरण बोले मुझे मौत मंजूर
कालीचरण ने रायपुर पुलिस द्वारा FIR किए जाने के मामले पर कहा है कि मुझे अगर सच बोलने के लिए मृत्यु दंड की सजा भी दी जाती है तो वह मौत को स्वीकार करेंगे। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी तो मुझ जैसे तुच्छ जंतु जीकर क्या करेंगे, मुझ जैसे करोड़ों कालीचरण मरने को तैयार हैं।
फरार हैं कालीचरण
रविवार रात रायपुर में कालीचरण पर केस दर्ज किया गया, तब खबर आई थी कि कालीचरण रायपुर छोड़ कर जा चुके हैं। केस दर्ज होने के बाद अब कालीचरण की तलाश रायपुर पुलिस को है। इस वीडियो को जारी कर कहीं ना कहीं इस संत ने सारे सिस्टम को चैलेंज कर दिया है। कालीचरण के महाराष्ट्र में होने की खबर है। कालीचरण इस वक्त कहां है इसकी जानकारी धर्म संसद के आयोजकों और रायपुर की पुलिस को नहीं है, तलाश जारी है।
बॉडी बिल्डिंग और गाने का शौक
एक संत जो बॉडी बिल्डिंग का शौकीन है, कोई प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं मगर गाता है तो क्लासिकल सिंगर की तरह आलाप लेकर सभी चौंका देता है। उसका असली नाम अभिनीत धनंजय सराग है। वो भावसार समाज के हैं। उनके पिता दवा की दुकान चलाते हैं। कालीचरण महाराष्ट्र के अकोला में स्थानीय युवाओं में वे काफी लोकप्रिय हैं। कालीचरण 8वीं क्लास तक ही पढ़े। बचपन में बदमाशियों से परेशान होकर मां-बाप ने उन्हें उनकी मौसी के घर इंदौर भेज दिया था।
कालीचरण महाराज राजनीति में भी हाथ आजमा चुके हैं। 2017 में अकोला नगर निकाय चुनाव में उन्होंने अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन हार गए थे। कालीचरण महाराज इससे पहले शिवतांडव स्त्रोत का पाठ कर चर्चा में आए थे। पिछले साल जुलाई में रायसेन के शिव मंदिर में उन्होंने इसका पाठ किया था। कालीचरण महाराज खुद को कालीपुत्र बताते हैं। कालीचरण दावा करते हैं कि उन्हें काली मां ने दर्शन दिया था और हादसे में घायल पैर को ठीक कर दिया था।