मुंबई।कपूर खानदान ने गणेशोत्सव मनाने की अपनी 70 साल पुरानी परम्परा को तोड़ने का फैसला लिया है। रणधीर कपूर के हवाले से बताया गया है कि पिछले साल सेलिब्रेट हुआ गणेशोत्सव उनके लिए आखिरी सेलिब्रेशन था। अब वो इसे आगे जारी नहीं रखेंगे।
करीब 70 साल पहले राज कपूर ने इस सेलिब्रेशन की शुरुआत आर. के. स्टूडियो में की थी, जहां हर साल भारी संख्या में लोग बप्पा के दर्शन के लिए पहुंचते थे। यह मुंबई के सबसे अच्छे गणेशोत्सव सेलिब्रेशन में से एक माना जाता था।
सेलिब्रेशन बंद करने की वजह
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रणधीर ने कहा कि आर. के. स्टूडियो के टूट जाने के बाद उनके पास उस तरह से गणेशोत्सव मनाने के लिए कोई दूसरी जगह नहीं है, इसलिए वो उनके पिता द्वारा शुरू किए इस ट्रेडिशन को बंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी बप्पा को बहुत प्यार करते हैं और उनमें हमारा अटूट विश्वास भी है, लेकिन मुझे लगता है कि अब हम इस ट्रेडिशन को आगे नहीं ले जा पाएंगे।
इसी महीने तोड़ा गया स्टूडियो
राजकपूर ने 1948 में आर. के. फिल्म्स एंड स्टूडियोज की स्थापना की थी। वहां ‘आवारा’, ‘श्री 420’, ‘मेरा नाम जोकर’ और ‘राम तेरी गंगा मैली’ जैसी कई पॉपुलर फिल्मों का निर्माण हुआ था। 2017 में आग लगने से स्टूडियो का बड़ा हिस्सा जल गया था। 2018 में कपूर परिवार ने इसे बेचने का ऐलान किया। रियल एस्टेट के दिग्गज गोदरेज प्रॉपर्टीज ने इसे खरीदकर इसकी जगह लग्जरी फ्लैट्स और रिटेल स्पेस बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी महीने की शुरुआत में स्टूडियो जमींदोज किया जा चुका है।