- किसानों की फसलें तबाह और बर्बाद हो रही हैं, सरकार सर्वे तक नहीं करा रही
- मुआवजा, फसल बीमा और भावांतर की राशि भी किसानों को नहीं दी जा रही, लड़ाई जारी रहेगी
शिवपुरी. शिवपुरी के पिछौर में किसानों की बड़ी आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। इसमें हजारों की संख्या में किसान पहुंचे। किसानों के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह, पार्टी उपाध्यक्ष प्रभात झा और गुना-शिवपुरी के सांसद केपी सिंह ने गिरफ्तारी दी। पुलिस उन्हें हिरासत में लेकर थाने ले गई और बाद में छोड़ दिया।
शिवराज ने पिछोर में किसान आक्रोश रैली के बाद प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर सामूहिक गिरफ्तारी दी और किसानों को सोयाबीन की बर्बाद फसलों का मुआवजा, फसल बीमा, भावांतर और बोनस राशि देने की मांग की।
मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह ने, कहा “हम संगीनों के सामने अपने सीने खोलेंगे, मारना है तो हमें मारो। हम लड़ाई लड़ेंगे। झूठे मुकदमों, कर्जा माफी, बेरोजगारी भत्ता, बोनस, भावांतर और संबल के लिए भी हम संघर्ष करेंगे।”
सरकार को निरंकुश नहीं होने दूंगा: पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे उनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए एक नई शक्ति मिली है। हम मिलकर लड़ेंगे और इस लड़ाई को जीतेंगे भी। कांग्रेस अन्याय, अत्याचार और जनता को कुचलने का प्रयास कर रही है, जब तक जिंदा हूं, सरकार को निरंकुश नहीं होने दूंगा।
अतिवृष्टि से खराब हो गई फसल : शिवपुरी में किसानों की अतिवृष्टि और अफलन से खराब हुई फसल का जायजा लिया और किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में शामिल हुए। किसानों का कर्जा जब तक माफ नहीं होगा, सोयाबीन की मुआवजा राशि और फसल बीमा योजना का पैसा सरकार नहीं दे देती, तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे।
अब कमलनाथ चिट्ठी लिख रहे हैं: राहुल बाबा ने कहा था कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बनी तो किसानों का 10 दिनों में 2 लाख रुपये तक कर्जा माफ कर दिया जाएगा। अब तक कर्जा माफ नहीं हुआ और अब बड़ी-बड़ी चिट्ठियां लिखकर मुख्यमंत्री कमलनाथ कह रहे हैं कि किसान भाइयों परेशान मत हो।