पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात की चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में हुई इस मुलाकात के दौरान कैबिनेट मंत्री परगट सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा, पवन गोयल और पर्यवेक्षक हरीश चौधरी भी मौजूद रहे। सूत्रों के मुताबिक चन्नी और सिद्धू के बीच सुलह का फॉर्मूला तय हो गया है और जल्द ही प्रदेश कांग्रेस का गतिरोध जल्द दूर हो जाएगा। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सिद्धू की कुछ मांगें मान ली हैं। उधर बैठक के बीच मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 4 अक्टूबर को कैबिनेट की बैठक बुलाई है।
क्यों नाराज हैं नवजोत सिंह सिद्धू?
दरअसल पंजाब में नई कैबिनेट के गठन और अन्य शीर्ष अधिकारियों की नियुक्तियों को लेकर नवजोत सिंह संतुष्ट नहीं है। सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल के गठन में उनकी सलाह नहीं लिए जाने से वो नाराज थे। साथ ही सिद्धू ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और ‘दागी’ नेताओं की नियुक्ति पर सवाल उठाया था। आपको बता दें कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सिद्धू ने इस पर आपत्ति जताई थी। इकबाल प्रीत सिंह सहोता फरीदकोट में गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए तत्कालीन अकाली सरकार द्वारा 2015 में गठित एक विशेष जांच दल के प्रमुख थे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से ही पंजाब कांग्रेस में उथल-पुथल मची हुई है। पहले नये सीएम को लेकर घमासान हुआ, और अब कैबिनेट मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर। 28 सितंबर को सिद्धू के इस्तीफे के बाद से पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी भी खुल कर सामने आ गई है।