इंदौर. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मध्य प्रदेश को एक और बड़ी सौगात मिली है. एपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते बुधवार की देर शाम सड़कों से जुड़े मुद्दों पर केन्द्रीय मंत्री गडकरी के साथ अहम बैठक की. इसमें मध्य प्रदेश के चारों बड़े शहरों भोपाल ,इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में रिंग रोड का निर्माण नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) से कराने का फैसला लिया गया. इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार जमीन उपलब्ध कराएगी. यह प्रोजेक्ट 1 साल में पूरा किया जाएगा. इसके साथ ही अटल एक्सप्रेस-वे (चंबल) के दोनों तरफ इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनेंगे और 900 KM लंबे नर्मदा एक्सप्रेस-वे को भारतमाला प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा. बता दें कि हाल ही में एक्सप्रेस वे के रूप में बड़ा तोहफा एमपी की जनता को दिया गया था.सीएम शिवराज सिंह ने मीडिया को बताया कि अटल एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ इंडस्ट्रियल क्लस्टर निर्माण को लेकर केन्द्रीय मंत्री गडकरी से चर्चा हुई. गडकरी के साथ बैठक में भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में रिंग रोड निर्माण पर भी सहमति बनी है. प्रदेश के इन शहरों में रिंग रोड का निर्माण इंदौर के सुपर कॉरिडोर की तर्ज पर किया जाएगा, ताकि रिंग रोड के दोनों तरफ औद्योगिक गतिविधियां चालू हो सके.
इसी साल शुरू होंगे बड़े प्रोजेक्ट
मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में यह तय किया गया कि मध्य प्रदेश में इस साल 10 हजार करोड़ रुपयों के प्रोजेक्ट शुरू होंगे. एमपी सरकार की तरफ से मुख्य सचिव इकबाल सिंह चौहान ने बैठक में कहा कि ये प्रोजेक्ट अगले दो वित्तीय वर्षों में पूरे किए जाएंगे. इस पर केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि ये प्रोजेक्ट इसी साल शुरू किए जाएं. उन्होंने मुख्यमंत्री के अनुरोध पर सेंट्रल रोड फंड से मध्य प्रदेश को 1500 करोड़ रुपए इसी सप्ताह रिलीज करने की स्वीकृति भी दी. बता दें कि गडकरी ने 16 सितंबर को इंदौर में 9577 करोड़ रुपए लागत की 1356 किलोमीटर लंबी 34 सड़क प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया था. इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश के प्रोजेक्ट्स के लिए 1 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की थी। उन्होंने बुधनी से जुड़े तीन नेशनल हाईवे को भी मंजूरी दी थी.