तोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारत के हीरो आज वतन लौट रहे हैं। इन खिलाड़ियों के भव्य स्वागत के लिए देश डतसाहित है। दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित किया गया है जहां उन्हें सम्मानित किया जाएगा। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शिरकत कर सकते हैं।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहेंगे। इससे पहले स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर अपील की है कि भीड़ के मद्देनजर आस-पास के इलाकों में सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए जाएं। भारत ने तोक्यो ओलंपिक में भारोत्तोलक मीराबाई चानू के रजत पदक से शानदार शुरूआत की जिसके बाद बीच में कुछ कांस्य पदक मिलते रहे लेकिन देश के अभियान का अंत नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक से धूमधड़ाके के साथ हुआ।
ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में भारत को पहला पदक मिला जो 13 साल बाद पहला स्वर्ण पदक भी था। इसके अलावा हॉकी में 41 वर्षों से चला आ रहा पदक का इंतजार भी खत्म हुआ, भारोत्तोलन में पहला रजत पदक और नौ वर्षों बाद मुक्केबाजी में पहला पदक भारत की झोली में आया जबकि बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू दो ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनीं। ज्यादातर पदार्पण कर रहे खिलाड़ियों ने पोडियम स्थान हासिल किये और एक ओलंपिक में सबसे ज्यादा पदक भी मिले और देश के लिये इतना सबकुछ एक ही ओलंपिक के दौरान हुआ।
यह सब भी उस ओलंपिक में हुआ जिन्हें उद्घाटन समारोह से पहले कोविड-19 महामारी के कारण ‘मुश्किलों से भरे’ खेल माना जा रहा था। इस महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के चलते ही इन्हें एक साल के लिये स्थगित किया गया जबकि ज्यादातर ट्रेनिंग और टूर्नामेंट का कार्यक्रम बिगड़ गया था। ओलंपिक खेलों में प्रतिस्पर्धाओं के पहले दिन ही मीराबाई ने देश का पदक तालिका में खाता खोल दिया जो पहले कभी नहीं हुआ था।