उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर में सावन के पहले सोमवार को व्यवस्थाएं बिगड़ गई थी. जिला प्रशासन और मंदिर समिति अध्यक्ष ने श्रद्धालुओं कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब नया प्लान तैयार कर लिया है. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अब सोमवार का दिन छोड़ कर सामान्य दिनों में प्री बुकिंग के माध्यम से शंख द्वार से प्रवेश करना होगा।
गेट नंबर 4 से 251 रसीद शुल्क के माध्यम से VIP एंट्री ही सकेगी. सोमवार को श्रद्धालु सुबह 5 से 1 बजे तक और शाम में 7 से 9 बजे तक बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे. 1 बजे से 7 बजे तक प्रवेश मार्ग सवारी की व्यवस्थाओं को लेकर बंद रखने का निणर्य लिया गया है. मंदिर में प्री बुकिंग से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 5 हजार रहेगी. वहीं 251 वाले अलग जिनकी कोई संख्या तय नहीं है।
जानिए और क्या रहेगी व्यवस्था
श्रावण मास में प्रत्येक शनिवार, रविवार, सोमवार प्रवेश व निर्गम चारधाम मार्ग से होगा. प्रसाद-शीघ्र दर्शन, सामान, जूता स्टेण्ड और पार्किंग की व्यवस्था चारधाम पार्किंग के पास से ही रहेगी. सोमवार को सामान्य प्रोटोकॉल तथा शीघ्र दर्शन व्यवस्था प्रतिबंधित रहेगी. कोविड प्रोटोकॉल के तहत वेक्सिनेशन सर्टिफिकेट या 48 घंटे की कोविड नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी होगी।
पुजारी, पत्रकार, ड्यूटीरत कर्मचारियों-अधिकारियों की प्रवेश व्यवस्था गेट नंबर 4 से होगी. हार, फूल की बिक्री त्रिवेणी संग्रहालय मार्ग से रहेगी. महाकाल घाटी और बेगमबाग मार्ग पर आवागमन निषेध रहेगा।
दूसरे सोमवार को निकलने वाली सवारी की व्यवस्था
उज्जैन सभामण्डप में प्रवेश वर्जित रहेगा. सवारी में केवल कहार, पुजारी, पुलिस और महाकाल मंदिर के 5 कर्मचारी रहेंगे. मार्ग पर सजावट, बाहरी अन्य व्यक्तियों का प्रवेश निषेध रहेगा. रामघाट और सवारी मार्ग पर भीड़ और आमजन के आवागमन प्रतिबंधित रहेगा. रामघाट पूजन स्थल पर केवल पूजारीजन रहेंगे. सवारी बड़ा गणेश से शुरू होगी और हरसिद्धि चौराहा, झालरिया मठ से रामघाट पहुंचेग. वापसी में रामघाट से हरसिध्दि पाल, हरसिद्धि मंदिर, बड़ा गणेश होकर महाकाल मंदिर पंहुचेगी।