मप्र में मानसून का डैम’चेक’: 252 में से सिर्फ 12 फीसदी बांधों में 90 फीसदी पानी, 78 फीसदी अभी भी खाली

भोपाल मध्यप्रदेश

भोपाल। बारिश के मौसम में प्रदेश के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही तो कई इलाके सूखे पड़े हुए हैं. अभीतक प्रदेश में बारिश का स्तर कई जगहों पर औसत को भी नहीं छू पाया है तो कहीं औसत के आसपास ही बारिश हुई है. प्रदेश में जुलाई माह तक बारिश की स्थिति संतोषजनक ही है. कम बारिश से प्रदेश के कई बांधों में जलभराव कम हुआ है. मध्य प्रदेश में मौजूद 252 छोटे बड़े डैम में से मजह 12 फीसदी डैम ही 90 फीसदी तक भर पाए हैं जबकि 78 फीसदी बांधों में अभी भी 10 फीसदी से कम पानी है।

252 बांधों में 27 जुलाई तक जल स्तर 10 फीसदी से कम जलभराव – 78 बांधों में 10 से 25% जलभराव – 53 बांध25 से 50% – 78 बांध50 से 75% – 29 बांध 75 से 90% – 2 बांध90% से ऊपर – 12 बांधयह है प्रदेश के बड़े बांधों की स्थिति

MP में मानसून का डैम’चेक’

फुल वाटर रिजर्व-जुलाई 2021जुलाई 2020
इंदिरा सागर 262.13248.12250.20
ओंकारेश्वर बांध 196.60194.93194.07
बारना डैम 348.55343.68344.86
कुंडालिया राजगढ़ 400.00390.00388.40
मोहनपुरा राजगढ़ 398.00389.00364.80
घोघारा सीहोर 341.00332.90no data
कलियासोत डैम भोपाल 505.67501.50no data
हताईखेड़ा भोपाल 474.09471.92472.00
केरबा डैम भोपाल 509.93505.29no data
हलाली डैम 459.61455.63456.90
माही डैम 451.50445.10441.60
पवई सिंचाई बांध 340.50337.60336.60


मॉनसून से काफी उम्मीद:मध्य प्रदेश के कई जिलों में जुलाई के आखिरी हफ्ते में अच्छी बारिश दर्ज की गई है. प्रदेश में मॉनसून का सीजन में होने वाली बारिश में तेजी भी अभी लगभग 1 महीने और बनी रहेगी. इसे देखते हुए अनुमान जताया जा रहा है कि प्रदेश के ज्यादातर बांध अपनी जलग्रहण क्षमता के मुताबिक भर जाएंगे. पिछले हफ्ते में बरगी और राजघाट बांध के गेट खोलने जैसी स्थिति बन चुकी है. हालांकि सिचाई विभाग के अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. बांध को उसकी पूरी जलभराव क्षमता तक भरा जाना है।

प्रदेश के कई जिलों में पिछले हफ्तेभर से हो रही अच्छी बारिश को लेकर कई जिलों में ऑरेंज और रेड अलर्ट भी जारी किया गया है. इसे देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि ज्यादादर बांधों में जलभराव की स्थिति बेहतर हो जाएगी. जबलपुर, इंदौर, खंडवा, गुना, शिवपुरी जिलों के बांधों के कैचमेंट एरिया में क्षमता के मुताबिक जलभराव होने की उम्मीद है. कई बड़े बांधों के गेट खोले जाने की स्थिति भी बन रही है. बड़े बांधों में ओंकारेश्वर 23 गेट, बरगी 21 गेट, इंदिरा सागर 20 गेट, गांधी सागर 19 गेट, बाणसागर 18 गेट व अशोक सागर 18 गेट, संजय सरोवर 18 गेट शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *