देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इंदौर की तरफ से सभी छात्रों को उनकी फीस लौटाई जाएगी। इस निर्णय की जानकारी मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने दी। उन्होंने कहा इस साल सीईटी की 3100 सीटें थी, जिसमें करीब 17000 छात्रों ने परीक्षा देने के लिए आवेदन किया था तथा प्रति आवेदक से डेढ़ हजार रुपए के हिसाब से फीस जमा करवाई गई थी। सभी छात्रों को इस ऑनलाइन परीक्षा की परीक्षा शुल्क लौटाया जाएगा, अगले साल पूरी तरह से इस परीक्षा को पारदर्शी रूप में संपन्न कराया जाएगा।
इंदौर में बिना पहचान पत्र के होटल में ठहराना पड़ेगा महंगा, ऐसे ही मामले में एक मैनेजर गिरफ्तार, पुलिस कमिश्नर का आदेश
इंदौर: इंदौर में बिना परिचय पत्र के यदि किसी होटल संचालक ने मेहमानों को ठहराया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसे ही एक मामले में होटल मैनेजर को…