इंदौर गोलीकांड में सतीश भाऊ और चिंटू ठाकुर ने किया सरेंडर

इंदौर प्रदेश मध्यप्रदेश

इंदौर ।

शराब ठेकेदार अर्जुन ठाकुर पर गोली चलाने वाला गैंगस्टर सतीश मराठा उर्फ भाऊ और चिंटू ठाकुर ने विजय नगर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है। इन दोनों पर पुलिस ने दस-दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। सरेंडर करने के बाद पुलिस आरोपितों को अन्य स्थान पर ले गई हैं। मालूम हो कि विजय नगर थाना क्षेत्र में शराब ठेकेदारों के सिंडीकेट की बैठक के दौरान गोलीकांड हुआ था। जिसमें सिंडीकेट के सदस्य अर्जुन को पेट में गोल लगी थी। जो एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। गोलीकांड के बाद आरोपित फरार हो गए थे। इसके बाद से ही पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही थी। एएसआइ सुरेश बुनकर ने अस्पताल में भर्ती अर्जुन के बयान लिए और शून्य पर कायमी की।

एफआइआर से रसूखदारों के नाम गायब, हेमू-चिंटू और भाऊ को बनाया आरोपित

अर्जुन ने अपने बयानों में गोलीकांड में पिंटू भाटिया, एके सिंह, छोटू दयाराम और अंशुमन अय्यर का नाम बताया लेकिन पुलिस ने हेमू, चिंटू और सतीश भाऊ को ही नामजद आरोपित बनाया, जबकि शेष को अन्य में शामिल कर लिया।

गांधीनगर शराब दुकान पर हुआ था विवाद

जानकारी के मुताबिक, विवाद की शुरुआत सोमवार सुबह गांधीनगर स्थित वाइन शाप से हुई थी। हेमू और चिंटू धार में शराब व्यवसाय कर रहे हैं और गांधीनगर व बाणगंगा क्षेत्र में शराब तस्करी करवाते हैं। रविवार को बाणगंगा थाना पुलिस ने 52 पेटी अवैध शराब के साथ नरेंद्र भट्टल, इंद्रजीतसिंह भट्टल को पकड़ा था। इसके बाद तनातनी बढ़ी और हेमू-चिंटू ने अर्जुन पर मुखबिरी का शक जाहिर किया। सुबह हेमू गुट गांधीनगर वाइन शाप पहुंचा और अर्जुन से कहा कि दुकान का चार्ज लेने आए हैं। सतीश भाऊ उर्फ सतीश मराठा उर्फ सतीश पंवार के साथियों ने अहाते में लगी अर्जुन ठाकुर के पिता स्व. वीरेंद्र सिंह की तस्वीर बाहर फेंक दी। उन्होंने ठेकेदार मोहनसिंह ठाकुर से विवाद भी किया। बताया जाता है कि मौके पर मौजूद सतीश भाऊ के साले के साथ हाथापाई भी हुई और वहां से भगा दिया। मोहनसिंह ने गांधीनगर थाने में आवेदन दिया और बात खत्म हो गई। दोपहर को मुकेश शिवहरे ने पिंटू से मध्यस्तता का कहा और सिंडिकेट आफिस में बुलाया। आरोपित हेमू गैंगस्टर सतीश भाऊ को लेकर आया और आते ही गोलियां चला दीं। सूत्रोें के मुताबिक भाऊ गांधीनगर के अहाते पर कब्जा करना चाहता था। हेमू ने उससे कहा था कि वाइन शाप वह चलाएगा और अहाता उसे दे देगा। घटना के बाद पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि शहर में भाऊ का नौ अहातों पर कब्जा है। मंगलवार को कलेक्टर मनीष सिंह ने आबकारी अफसरों को फटकारा और मालवा मिल, रामकृष्ण बाग, पिगडंबर, काछी मोहल्ला, मच्छी बाजार, महूनाका सहित नौ जगह के अहातों पर ताले लगवा दिए।

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