इंदौर। जिले में कोविड की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी प्राइवेट अस्पताल संचालकों को सभी व्यवस्थाएं आगामी 15 दिन में पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. निजी अस्पतालों को जिला प्रशासन ने आदेश दिए है कि नवजात शिशुओं, अन्य बच्चों और गर्भवती महिलाओं के इलाज के लिए निर्धारित संख्या में तय किए गए बेड तैयार कर लें. इनके लिए आईसीयू और वेंटिलेटर की पर्याप्त व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाए.
मंगलवार को हुई समिति की बैठक
दरअसल व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिए गठित समिति की मंगलवार को बैठक हुई. बैठक की अध्यक्ष समिति की अध्यक्ष विधायक मालिनी गौड़ ने बताया कि शासकीय और निजी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं, एक माह तक के नवजात शिशु और 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए कोविड ईलाज की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है.
15 दिन में पूरी हो तैयारी
बैठक में निर्देश दिए गए कि इंदौर जिले के सभी शासकीय और निजी अस्पतालों में कोविड पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशु, 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों का इलाज की व्यवस्थाएं आगामी 10 से 15 दिन में पूरी की जाए. जिले में 40 से अधिक चयनित निजी अस्पतालों में भी इस श्रेणी के मरीजों के लिए बिस्तरों और सुविधाओं का वर्गीकरण किया गया है.
जिले में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था
बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि जिले में ऑक्सीजन प्लांट अस्पतालों में लगाने का कार्य तेजी से जारी है. सभी प्लांट लग जाने से इंदौर जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध रहेगी. उन्होंने बताया कि सभी अस्पतालों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिये बेड आरक्षित कर दिए गए है. उन्होंने बताया कि जिले में 30 से 40 प्रतिशत अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं पूरी हो गई है.