प्रतिस्पर्धा से ही मिलती है बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा: अश्विन

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साउथैम्पटन । भारतीय टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने खेल को बेहतर बनाने के लिए हमेशा से ही नये प्रयोग करते रहे हैं। इसको लेकर इस गेंदबाज ने कहा कि जिस दिन उनमें कुछ नया सीखने की इच्छा खत्म हो जाएगी वह खेल को अलविदा कह देंगे। अश्विन के अनुसार प्रतिस्पर्धा को वह जरुरी मानते हैं क्योंकि इसी से बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा मिलती है। अश्विन के अनुसार टेस्ट क्रिकेट की खासियत यह है कि इससे आप हमेशा एक सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर बनने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि मैंने अपने करियर में अब तक जो कुछ भी हासिल किया है, वह इसी कारण हासिल किया कि मैंने किसी भी चीज के लिए समझौता नहीं किया और मैं लगातार सुधार करता रहा हूं।’
भारतीय स्पिनर ने कहा, ‘मैं फिर से यह कहना चाहूंगा कि अगर मुझे अलग-अलग चीजें करना पसंद नहीं होगा और मैं कुछ नया करने के लिए संयम नहीं रख पाऊंगा या संतुष्ट हो जाऊंगा, तो मैं खेल को जारी नहीं रख सकता हूं।’ इस गेंदबाज ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 409 विकेट लिए हैं। उन्हें विवादों से जुड़ना पसंद नहीं है, लेकिन अगर छेड़ा गया तो वह अपने प्रदर्शन से जवाब देने में पीछे नहीं हटते हैं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि मैं विवादों से आनंद उठाता हूं, लेकिन मुझे संघर्ष करने में अच्छा लगता है और यही कारण है कि मैं यहां तक पहुंचा हूं.’
अश्विन ने कहा, ‘मैं जीत का उतना जश्न नहीं मनाता, जितना मुझे आदर्श रूप से मनाना चाहिए क्योंकि मेरे लिए जीत एक घटना भर है। मैं मानता हूं कि यह योजना और अभ्यास के समावेश से मिलता है। मैं जीतने के बाद भी बैठकर सोचता हूं कि इससे बेहतर क्या हो सकता है।’ उन्होंने स्वीकार किया कि वह अपने प्रदर्शन के बारे में ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते क्योंकि उनके लिए खेल खेलना और इसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करना उनका पेशा है। 

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