करीब एक दशक के लंबे इंतजार के बाद भारतीय नौसेना को मल्टीरोल हेलीकॉप्टर की पहली खेप मिलने जा रही है। अमेरिका भारत को जुलाई के अंत तक MH-60 रोमियो हेलीकॉप्टर भारत को पहली खेप देने के लिए तैयार है। भारतीय पायलट ट्रैनिंग के लिए अमेरिका पहुंच चुके हैं। रोमियो हेलीकॉप्टर अगले साल जुलाई में भारत पहुंचेगे।
बता दें कि पिछले साल भारत और अमेरिका ने लॉकहीड मार्टिन से 24 एमएच-60 रोमियो हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए 16,000 करोड़ रुपये से अधिक के सौदे की डील हुई थी। नौसेना के सूत्रों ने बताया, “भारतीय पायलट हेलीकॉप्टरों के प्रशिक्षण के लिए अमेरिका पहुंच गए हैं और हमें इनमें से तीन हेलीकॉप्टर जुलाई में अमेरिका में मिलेंगे।” पायलटों का प्रशिक्षण पहले अमेरिकी शहर फ्लोरिडा के पेंसाकोला में होगा, जिसके बाद वे कैलिफोर्निया के सैन डिएगो चले जाएंगे।
रोमियो क्यों है खास
24 MH-60 रोमियो मल्टी-मोड रडार और नाइट-विज़न उपकरणों के साथ-साथ हेलफायर मिसाइलों, टॉरपीडो और सटीक-निर्देशित हथियारों से लैस होंगे। MH-60 सी किंग्स की जगह लेगा जो जल्द ही सेना से बाहर हो जाएगा। हेलीकॉप्टरों को फ्रिगेट, विध्वंसक, क्रूजर और विमान वाहक से संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
हेलिकॉप्टरों को पनडुब्बियों का शिकार करने के साथ-साथ जहाजों को खदेड़ने और समुद्र में खोज और बचाव अभियान चलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारत और अमेरिका तीनों रक्षा बलों की स्ट्राइक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 30 प्रीडेटर ड्रोन खरीदने के सौदे को अंतिम रूप देने पर भी काम कर रहे हैं।