इंदौर।
जनता कर्फ्यू के बाद 1 जून से शहर को अनलॉक किया जाएगा, लेकिन इसका स्वरूप क्या होगा, यह अभी तय नहीं है। शहर और जिले को जनता कर्फ्यू के प्रतिबंधों से किस तरह बाहर लाया जाए, इसके बारे में रविवार को तय किया जा सकता है। रविवार को जिला, विकासखंड, वार्ड और पंचायत स्तर पर जिला आपदा प्रबंधन समूह की बैठकें होंगी। इन बैठकों के बाद ही अनलॉक का स्वरूप तय होगा।
कलेक्टर मनीषसिंह ने बताया कि अभी कई तरह के सुझाव और विचार आ रहे हैं, लेकिन आपदा प्रबंधन समूह की बैठक से ही कोई रास्ता निकाला जाएगा। इंदौर में एक सप्ताह में कोरोना की पाजिटिविटी दर 7.08 है। हमें इसे 5 प्रतिशत से नीचे लाना है। इसके बाद ही हम शहर को प्रतिबंधों से मुक्त करें तो ज्यादा बेहतर होगा।
37 हजार 524 लोगो को टीका लगाया
स्वास्थ्य विभाग 229 टीमों द्वारा 37 हजार 524 लोगो को टीका लगाया गया। इनमें 18 प्लस वाले 37 हजार 524 लोगो को टीका लगाया गया। इसके अलावा 45 प्लस वाले 2177 को प्रथम डोज और 721 को दूसरा डोज लगी। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक के 413 लोगो को प्रथम डोज और 263 लोगों को दूसरा डोज लगी। इसके अलावा 25 हेल्थ केयर वर्कर को प्रथम और 18 को दूसरा डोज लगी।
वहीं 26 फ्रंट लाइन वर्कर को प्रथम व 14 को दूसरा डोज लगी। शनिवार को कई टीकाकरण केंद्राे पर टीका लगाने वाली टीमें देरी से भी पहुंची। इसके कारण केंद्र पर सुबह 9 बजे से टीका लगवाने पहुंचे लोगों को परेशानी हुई और उन्हें टीका लगवाने के लिए इंतजार करना पड़ा। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. प्रवीण जड़िया के मुताबिक कई केंद्रों पर टीमों के देरी से पहुंचने की शिकायत मिल रही है। ऐसे में रविवार को कलेक्टर द्वारा सभी एनएनएम व वैरिफायर की मीटिंग बुलाकर उन्हें निर्देश देंगे।