प्रधानमंत्री मोदी की अयोध्या में पहली रैली,मंदिर मुद्दे पर नहीं बोले

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पांच साल बाद अयोध्या पहुंचे। उन्होंने अयोध्या मुख्यालय से 25 किमी दूर मया बाजार में जनसभा को संबोधित किया। बतौर प्रधानमंत्री मोदी की अयोध्या में पहली रैली थी। यहां उन्होंने मंदिर मुद्दे पर कोई बात नहीं की, लेकिन सभा के आखिर में जय श्रीराम के नारे लगवाए। 

‘सपा-बसपा की सच्चाई जानना जरूरी’

  • मोदी ने कहा कि यह मर्यादा पुरुषोत्तम राम की धरती है, स्वाभिमान की धरती है। यही स्वाभिमान पिछले पांच साल की सरकार में दिखा है। मजबूत भारत के निर्माण के बीच सपा हो, बसपा हो या कांग्रेस। इनकी सच्चाई जानना जरूरी है। 
  • “बहनजी ने बाबा साहब के नाम का उपयोग किया, लेकिन उनके आदर्शों के विपरीत हर काम किया। समाजवादी पार्टी ने डगर डगर पर लोहिया जी का नाम लिया, लेकिन अपने आचरण से न सिर्फ यूपी की कानून व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया बल्कि लोहिया के आदर्शों को भी मिट्टी में मिला दिया।”
  • “आज मैं इन लोगों से कुछ सवाल करना चाहता हूं। क्या समाजवाद की बातें, लोहिया जी की बातें करने वालों को श्रमिकों की, गरीबों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी। क्या बाबा साहब की बातें करने वालों को श्रमिकों की चिंता नहीं करनी चाहिए थी?”
  • “पिछले 60-70 सालों से हर चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा उछालने वाली कांग्रेस को श्रमिकों की चिंता करनी चाहिए थी कि नहीं? हमारे देश के 40 करोड़ से ज्यादा श्रमिकों की इन पार्टियों ने कभी परवाह नहीं की। गरीबों को वोटबैंक में बांटकर इन लोगों ने सिर्फ अपना और अपने परिवार का फायदा कराया।” 
  • “कोई गरीब अपने बच्चे को गरीब नहीं देखना चाहता। गरीब आगे बढ़ना चाहता है, मजदूर आगे बढ़ना चाहता है। उसे आवश्यकता होती है एक संबल की। पहली बार देश में किसी सरकार ने गरीबों के बारे में सोचा है। श्रमिकों के बारे में सोचा है। हमने उनकी परवाह की है। उनका जीवन आसान बनाने के लिए काम किया है।”
  • “योग हमारी संस्कृति का हिस्सा सदियों से है, लेकिन पूरी दुनिया 21 जून को योग दिवस मनाए, यह काम हमारी सरकार ने किया।”
  • “कुंभ पिछले कई सालों से होता रहा है, लेकिन जो भव्यता प्रयागराज में दिखी वो अभूतपूर्व है। अयोध्या में दीप तो हजारों सालों से जलते आए हैं, लेकिन अब जो दीपावली मनाई जाती है, वो दुनियाभर में चर्चा का विषय बनती है, देश का गौरव बढ़ता है।”
  • “जब कोरिया की फर्स्ट लेडी अयोध्या में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनकर आती हैं, तो इसकी चर्चा हर तरफ होती है। जब आसियान समिट के दौरान, वहां से आए कलाकार अपने-अपने देशों में प्रचलित रामायण के अंश प्रस्तुत करते हैं, तो सबकी नजर जाती है।”
  • “अपनी इस अनमोल धरोहर को पहचानने के लिए संवेदनशीलता की जरूरत होती है। हमने इसे आस्था से ही नहीं बल्कि आर्थिक रूप से जोड़ा है।” 
  • “देश में अभी स्वदेश दर्शन नाम से एक बहुत व्यापक कार्यक्रम चल रहा है। इसके अंतर्गत देश में रामायण सर्किट, कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट सहित 15 सर्किट पर काम चल रहा है। रामायण सर्किट के तहत अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक, जहां-जहां भी प्रभु राम के निशान हैं, उन सभी स्थानों को विकसित किया जा रहा है।”

मोदी ने नहीं किए रामलला के दर्शन 

मोदी का यह चुनावी दौरा है, इसलिए वे रामलला के दर्शन करने नहीं गए। लेकिन, भाजपा संकेत देना चाहती है कि मोदी और पार्टी के लिए अयोध्या मुद्दा अहम है। अयोध्या में दौरा उस समय रखा गया है, जब अवध और पूर्वांचल में वोटिंग करीब है। 6 मई को फैजाबाद सीट (अयोध्या) और 12 मई को अंबेडकरनगर में मतदान होगा।

गठबंधन से मिल रही सीधी टक्कर
फैजाबाद सीट के अलावा धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। इन सीटों पर भाजपा को बसपा-सपा गठबंधन सीधे टक्कर दे रहा है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण की वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री के इस दौरे से भाजपा को आसपास की सीटों पर फायदा मिल सकता है। 

इटारसी और जयपुर में भी सभा

मोदी यूपी दौरे के बाद भोपाल होते हुए इटारसी जाएंगे। इसके बाद वे जयपुर के मानसराेवर में चुनावी सभा काे संबाेधित करेंगे। पिछले लाेकसभा चुनाव में भाजपा ने जयपुर शहर सीट 5.85 लाख वाेटाें के रिकॉर्ड अंतर से जीती थी। मोदी ने राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 4 चुनावी सभाएं की थीं। पहले चरण में 29 अप्रैल काे 13 सीटाें पर मतदान हाे चुका है।

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