इंदौर ।
इंदौर शहर में शनिवार को कोरोना के 9602 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांचे गए, जिसमें से 829 मरीज संक्रमित मिले। शनिवार देर रात जारी बुलेटिन के मुताबिक अब तक 1394806 सैंपलों की जांच की जा चुकी हैं। इनमें से 145301 पाजिटिव पाए गए। शनिवार को 571 मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए। अब तक स्वस्थ होकर घर जाने वालों की संख्या 134310 हो चुकी है। फिलहाल 9684 कोरोना पाजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। शनिवार को संक्रमण से 6 व्यक्तियों की मौत हुई। अभी तक कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1307 हो चुकी है।
कोरोना नियंत्रण के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था
ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना नियंत्रण के लिए तीन स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। इसके तहत जिले के 600 से अधिक गांवों को संक्रमण की स्थिति के आधार पर रेड, यलो और ग्रीन जोन में बांटा गया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया जिन गांवों में तीन या तीन से अधिक संक्रमित हैं, उन्हें रेड जोन में रखा है। रेड जोन में 93 गांव हैं। जिन गांवों में तीन या तीन से कम मरीज हैं, वे यलो जोन में रहेंगे। जहां एक भी मरीज नहीं है ऐसे गांव ग्रीन जोन में रहेंगे। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिले के नोडल अधिकारी होंगे।
अब तक हुआ 67 अस्पतालों का फायर आडिट
इंदौर शहर के 250 अस्पतालों और नर्सिंग होम में से अब तक महज 67 अस्पतालों का फायर सेफ्टी आडिट हो पाया है। इनमें पांच सरकारी अस्पताल हैं। जैसे-जैसे आडिट रिपोर्ट मिलेगी, संबंधित अस्पताल प्रबंधन से पाई गई कमियां दूर करने को कहा जाएगा। निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी के चलते अस्पतालों में बिजली खपत का लोड भी बढ़ा है। इस वजह से अग्नि सुरक्षा का महत्व बढ़ गया है, इसीलिए राज्य सरकार द्वारा नगरीय निकायों को अस्पतालों का फायर सेफ्टी आडिट कराने को कहा गया है।