इंदौर ।
मध्य प्रदेश में इस समय न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकारी खरीदी चल रही है। पूरे प्रदेश में खरीदी केंद्रों पर करीब 50 लाख क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा है और इसी बीच चक्रवाती तूफान ताउते आ धमका है। मौसम विभाग की चेतावनी है कि यह तूफान 16 मई की रात से लेकर 17 और 18 मई तक मध्य प्रदेश के कई इलाकों में तूफानी बारिश लेकर आएगा। इसके बाद से राज्य शासन के जिम्मेदार विभागों ने खरीदी रोक दी है और पूरा ध्यान खुले में रखे गेहूं को सुरक्षित तरीके से गोदामों तक पहुंचाने में लगा दिया है।
बताया जाता है कि प्रदेश में जबलपुर, सतना, छिंदवाड़ा, सागर, हरदा, होशंगाबाद, विदिशा, देवास, धार, इंदौर, उज्जैन, रायसेन आदि जिलों में कुल मिलाकर करीब 5 लाख टन गेहूं खुले में रखा है। बारदान की कमी और परिवहन की देरी के कारण कई खरीदी केंद्रों पर कुछ गेहूं खुले में रखना पड़ा। समय पर पूरा गेहूं नहीं उठ पाया और अब अचानक तूफान आ गया है। गेहूं की सरकारी खरीदी के नोडल विभाग खाद्य व नागरिक आपूर्ति, मध्य प्रदेश सहकारी विपणन संघ और सहकारिता विभाग खुले में रखे गेहूं को उठाने में पूरा जोर लगा रहे हैं, लेकिन इसमें सबसे बड़ी समस्या ट्रकों और हम्मालों की आ रही है।
ट्रक मिल भी रहे हैं तो गेहूं भरने के लिए हम्माल कम पड़ रहे हैं। मौसम विभाग की चेतावनी है कि ताउते का असर रीवा, सतना, सीधी, मंडला, जबलपुर, डिंडौरी, बालाघाट आदि इलाकों के अलावा भोपाल के आसपास के जिलों में ज्यादा असर रहेगा। मालवा और निमाड़ में भी इसका कुछ असर रहने की आशंका है। बताया जाता है कि इंदौर जिले में इस समय 37 खरीदी केंद्रों पर 1 लाख क्विंटल से अधिक गेहूं खुले में रखा है। मार्कफेड इस गेहूं का परिवहन करवाकर इसे गोदामों में रखवा रहा है, लेकिन तूफान आने तक कितना गेहूं उठ पाता है, कहना मुश्किल है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी बेमौसम बारिश से करीब 25 हजार क्विंटल गेहूं खराब हो गया था।