जिला अस्पताल रामपुर के सेवानिवृत्त सीएमएस डॉक्टर बीएस नागर का शव उनके सरकारी आवास पर मिला। करीब दो सप्ताह पहले उनकी एक नर्स से हाथापाई हो गई थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिला अस्पताल में नर्स से हाथापाई के बाद सुर्खियों में आए डॉक्टर बीएम नागर की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। पुलिस को नागर का शव उनके सरकारी आवास पर मिला। वे यहां अकेले रहते थे। मृतक के परिजनों ने पुलिस के सामने चौंकाने वाला खुलासा किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक्टर बीएम नागर की पत्नी ने मंगलवार को सीएमएस आरके मित्तल को फोन करके बताया कि डॉक्टर नागर उनका फोन नहीं उठा रहे हैं। इसके बाद आरके मित्तल ने भी फोन मिलाया, लेकिन जब कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने अपने कर्मचारी को जाकर देखने को कहा। कर्मचारी जब डॉक्टर नागर के सरकारी आवास पर पहुंचा तो पाया कि वह लेटे हैं और उनके शरीर में कोई हरकत नहीं है।कर्मचारी ने इसकी सूचना तुरंत आरके मित्तल को दी। जब मौके पर डॉक्टर गए और जांच करने के बाद डॉक्टर नागर को मृत घोषित कर दिया। इसके तुरंत बाद पुलिस को सूचित कर दिया गया। एडिशनल एसपी संसार सिंह ने बताया कि डॉक्टर बीएम नागर के परिजनों ने बताया है कि उन्हें शुगर और हार्ट की परेशानी थी। उनके साथी डॉक्टरों और परिजनों ने लिखित में दिया है कि उनकी मौत स्वभाविक हुई है और वे आगे की पुलिस जांच नहीं चाहते। हमने शव को उनके सुपुर्द कर दिया है।
सेवाएं समाप्त होने के बाद एक्सटेंशन पर कर रहे थे काम बता दें कि कुछ दिन पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक नर्स और डॉक्टर बीएम नागर के बीच हाथापाई हो रही थी। इसके बाद नर्स को सस्पेंड कर दिया गया था, जबकि डॉक्टर नागर की सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। रिटायर्ड होने के बाद डॉक्टर को एक्सटेंशन मिल जाता है। डॉक्टर नागर फिलहाल इसी के तहत काम कर रहे थे।