इंदौर।
कोरोना कर्फ्यू के बावजूद शहर में कोरोना संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा। हालत यह है कि 30 अप्रैल तक शहर में संक्रमण की औसत दर 9.58 थी जो मई के 11 दिन में लगभग दोगुना होकर 17.03 पर पहुंच गई। यानी 30 अप्रैल तक हर 200 सैंपलों की जांच में 19 संक्रमित मिल रहे थे लेकिन मई के 11 दिन में यह संख्या बढ़कर 34 पर पहुंच गई।
यानी मई के 11 दिन में हर छठा सैंपल संक्रमित निकला। चिंता की बात यह भी है कि एक तरफ जहां संक्रमण दर बढ़ रही है वहीं दूसरी तरफ रिकवरी दर में लगातार गिरावट आ रही है। 30 अप्रैल तक यह 88 प्रतिशत से ऊपर चल रही थी लेकिन मई में लुढ़ककर 70 फीसद पर आ गई। मई के 11 दिनों में उपचाररत मरीजों की संख्या में भी डेढ गुना से ज्यादा का इजाफा हुआ। फिलहाल शहर में साढ़े 17 हजार से ज्यादा संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
एक मई से 11 मई के बीच शहर में एक लाख 11 हजार 773 सैंपलों की जांच की गई। इनमें से 19 हजार 35 सैंपल संक्रमित मिले। यानी हर छठा सैंपल संक्रमित मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना कर्फ्यू का असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। संक्रमण दर कम होने की उम्मीद भी की जा रही है लेकिन फिलहाल जो आंकडे आ रहे हैं वे चौकाने वाले हैं। 30 अप्रैल 2021 तक शहर में 11 लाख 75 हजार 46 सैंपल जांचे गए थे और इनमें एक लाख 12 हजार 672 संक्रमित मिले थे। यानी संक्रमण की दर 9.58 थी, लेकिन मई के 11 दिन में यह दोगुना हो गई।