इंदौर।
इंदौर जिले की 91 फीसद ग्राम पंचायतों को चपेट में ले चुका कोरोना संक्रमण सांवेर विकासखंड की हर पंचायत में घुस चुका है। सबसे ज्यादा मुश्किल में महू विकासखंड है। यहां कोरोना के मरीज अन्य विकासखंडों से कहीं ज्यादा आ रहे हैं, जबकि देपालपुर में कुछ राहत है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में एक महीने में 5,380 लोग संक्रमित हो चुके हैं। सांवेर विकासखंड की कुल 75 ग्राम पंचायतों में कोई न कोई संक्रमित हो चुका है। यहां अब तक 1,685 लोग संक्रमण का शिकार हुए हैं। महू विकासखंड की 66 ग्राम पंचायतों में 2,326 लोग संक्रमित हो चुके हैं। यानी पूरे जिले में ग्रामीण क्षेत्र के 43 फीसद कोरोना संक्रमित अकेले महू विकासखंड में हैं। इंदौर विकासखंड की 64 ग्राम पंचायतों में से 58 में 773 लोग संक्रमित मिले हैं। यहां भी 90 फीसद से अधिक पंचायतों में कोरोना दस्तक दे चुका है। देपालपुर विकासखंड में इसलिए राहत कही जा सकती है कि यहां 86 फीसद पंचायतों में सबसे कम 596 लोग ही संक्रमित हुए हैं। अब अलग-अलग गांवों के क्लस्टर के बीच कोविड केयर सेंटर की संख्या बढ़ाई जा रही है।
अब तक महू तहसील में मिले सर्वाधिक संक्रमित
शहरी इलाकों के अलावा पिछले एक माह से ग्रामीण क्षेत्रों में भी तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ा है। इंदौर जिले की ग्रामीण क्षेत्रों की तहसीलों के आकलन में यह सामने आया है कि अब तक महू तहसील में सर्वाधिक संक्रमित मिले हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर राऊ है। हातोद जहां पूर्व में काफी तेजी से संक्रमित मिले थे, वहां सबसे कम संक्रमित मिले हैं। जानकारों के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में पिछले दिनों हुए वैवाहिक व अन्य आयोजनों में काफी भीड़ एकत्र हुई। इस वजह से यहां पिछले कुछ दिनों में संक्रमण तेजी से बढ़ा है। हालात यह है कि इंदौर के अस्पतालों में शहरी इलाकों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के मरीज भी काफी संख्या में भर्ती हो रहे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से संक्रमण से होने वाली मौत की संख्या भी बढ़ी है।