जोधपुर |
जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती आसाराम की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें जोधपुर एम्स शिफ्ट किया गया है। 6 मई को उन्हें तबीयत खराब होने पर जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल की आपातकालीन इकाई लाया गया था जहां प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद 24 घंटों के अंतराल में अब उन्हें जोधपुर के ही एम्स ले जाया गया है जहां उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। आसाराम की जांच मे कोरोना की पुष्टि हुई है।
अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से यौन दुराचार के मामले में सजायाफ्ता कथावाचक आसाराम की बुधवार को तबीयत नासाज हो गई थी। इसके बाद पुलिस जाब्ते के साथ आसाराम को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां चिकित्सकों ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया था। इसके बाद उनके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि भी हुई थी। लगभग 24 घंटों के अंतराल के बाद शुक्रवार रात को आसाराम को गांधी अस्पताल से एम्स शिफ्ट किया गया है। हालांकि इस संबंध में आधिकारिक तौर पर तो धारणा की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन तबीयत नासाज होने के साथ सुरक्षा व्यवस्था और आसाराम के समर्थकों की भीड़ भी एम्स शिफ्ट करने की बड़ी वजह मानी जा रही है। एम्स शिफ्ट करते समय भी आसाराम ने ऑक्सीजन लेने के लिए मास्क लगा रखा था।
आसाराम पिछले कई वर्षों से जोधपुर के केंद्रीय कारागृह में में बंद है। पहले वह विचाराधीन बंदी था लेकिन यौन शोषण के आरोप साबित होने के बाद वह जीवन की अंतिम सांस तक जेल में रहने की सजा भुगत रहा है। वहीं कुछ मामले अभी विचाराधीन है।
अस्पताल के आसपास पहुच गए थे समर्थक
आसाराम की तबीयत बिगड़ने के साथ उन्हें जेल से गांधी अस्पताल लाने की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक जोधपुर के गांधी अस्पताल क्षेत्र के आसपास देखे गए और समर्थकों ने अस्पताल में प्रवेश करने का प्रयास भी किया जहां पुलिस ने 2 महिलाओं को हिरासत में भी लिया इसके बावजूद बड़ी संख्या में आसाराम के समर्थक उनकी एक झलक पाने के लिए अस्पताल में जाते देखे गए जिनको पुलिस और सिक्योरिटी गार्ड द्वारा हटाया गया।