आर्थिक तंगी से जूझ रहे गेहूं-चना बेचने वाले 12660 किसान, किसी के यहां अटकी शादी तो किसी को इलाज में परेशानी।
भोपाल. मध्य प्रदेश में गहराते कोरोना संकट ने किसानों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। प्रदेश के कई जिलों में किसानों की फसलें बेचने के बाद भी भुगतान नहीं हो पा रहा है जिससे किसान शादी सहित इलाज के लिये भी मोहताज हो गए हैं।
प्रदेश के हरदा जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं-चना बेचने वाले कई किसानों को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान भुगतान के लिए समितियों एवं बैंकों के चक्कर काट रहे हैं। वेयर हाउस में अपनी उपज तुलाने वाले किसानों के भुगतान में अधिक देरी हो रही है। जबकि समितियों में उपज बेचने वाले किसानों को 10 से 15 दिन में भुगतान हो रहा है।
कई किसानों के यहां शादी, कथा-पूजन सहित अन्य कार्यक्रम होने हैं तो किसी को परिजन का इलाज कराना है। ऐसे में भुगतान नहीं होने से किसान कर्ज ले रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में लगभग यही स्थिति है। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के मुताबिक 12660 किसानों से करीब 96 हजार टन गेहूं खरीदा जा चुका है। 3300 किसानों को ही 47 करोड़ का भुगतान हो पाया है। चना के भुगतान से भी कई किसान वंचित है। जिला खाद्य अधिकारी केएस पेंड्रो का कहना है भुगतान प्रक्रिया जारी है।
इधर, जिला किसान कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन विश्नोई एवं प्रदेश सचिव रविशंकर शर्मा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र भुगतान की मांग की है। आरोप लगाया कि इस वर्ष खरीदी का काम अनुभवहीन लोगों को दिया है।
सिवनी जिले में तौल में समस्या ग्राम सरगापुर में गेहूं बेचने बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन समय से तौल नहीं होने से ट्रैक्टर-ट्रॉली की लाइन लग गई। ऐसे में किसान दिन-रात उनकी रखवाली करने को मजबूर हैं।
श्योपुर: 84 की जगह मिले 9 करोड़
वही श्योपुर जिले में बीते एक पखवाड़े में किसान 84 करोड़ रुपए से अधिक का गेहूं बेच चुके हैं, लेकिन भुगतान अभी तक करीब 9 करोड़ रुपए का ही हुआ है। वहीं, चने का करीब 20 करोड़ रुपए का भुगतान अटका हुआ है। जबकि, समर्थन मूल्य पर खरीदी के सात दिन क अंदर किसानों को भुगतान करना जरूरी है। 18 अप्रेल तक 5123 किसानों ने 4 लाख 25 हजार 968 क्विंटल गेहूं बेचा है, जिसके एवज में किसानों को 84 करोड़ 14 लाख 73 हजार रुपए का भुगतान होना था, लेकिन महज 483 किसानों को 9 करोड़ 44 लाख 98 हजार रुपए का भुगतान हो पाया है।
बताया जा रहा है कि 18 अप्रेल तक 2635 किसानों ने 72 हजार 493 क्विंटल चना बेचा है। किसानों को 36 करोड़ 97 लाख का भुगतान होना है, लेकिन अभी तक 1530 किसानों को 16 करोड़ 65 लाख रुपए के आसपास का ही भुगतान हुआ है।