मुंबई रिलायंस कैपिटल ने एचडीएफसी बैंक से 524 करोड़ और एक्सिस बैंक से 101 करोड़ रुपए का लोन लिया है
एचडीएफसी बैंक का मासिक 4.77 करोड़ और एक्सिस बैंक का 71 लाख रुपए ब्याज देना होता है
अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल एक बार फिर से बांड धारकों को ब्याज का पैसा देने में फेल हो गई है। इससे पहले भी वह 12 बार पैसा देने में असफल रही है। यह पैसा उसे नॉन कनर्विटबल डिबेंचर्स (एनसीडी) में निवेश के एवज में 22 अप्रैल को देना था।
एनसीडी की कीमत 14,827 करोड़ रुपए
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी लिस्टेड एनसीडी की कीमत 14,827 करोड़ रुपए है। रिलायंस कैपिटल ने इससे पहले अपनी प्रमुख संपत्तियों को बेचने के लिए लोगों से बोली मंगाई थी। कंपनी अपनी संपत्तियों को नहीं बेच पा रही है, जिसकी वजह से वह पेमेंट करने में फेल हो रही है। शेयर बाजार को दी गई सूचना में कंपनी ने कहा कि संपत्तियों की बिक्री पर लगी रोक की वजह से वह उन्हें नहीं बेच पा रही है। इससे उसके पास जो भी संपत्तियां डायरेक्ट या इनडायरेक्ट है, उससे कोई पैसे नहीं आ पा रहे हैं।
कंपनी ने कहा कि एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक को दिए जाने वाले पैसे के मामले में वह 12 बार फेल हुई है। यह पैसे उसे जनवरी 2020 से मार्च 2021 के दौरान देना था।
हर महीने देना होता है ब्याज
रिलायंस कैपिटल को हर महीने 4.77 करोड़ रुपए का ब्याज एचडीएफसी बैंक को और 71 लाख रुपए का ब्याज एक्सिस बैंक को देना होता है। रिलायंस कैपिटल ने एचडीएफसी बैंक से 524 करोड़ और एक्सिस बैंक से 101 करोड़ रुपए का लोन लिया है। एचडीएफसी बैंक 10.6% ब्याज लेता है जबकि एक्सिस बैंक 13% ब्याज लेता है।
711 करोड़ रुपए बैंकों का बकाया
रिलायंस कैपिटल पर बैंकों का कुल बकाया 711 करोड़ रुपए है। हालांकि अन्य कंपनियों या फाइनेंशियल संस्थानों का कुल बकाया इस पर 28 फरवरी 2021 तक 20,643 करोड़ रुपए का था। रिलायंस कैपिटल को दिसंबर 2020 की तिमाही में 4,018 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था जो एक साल पहले इसी समय में 135 करोड़ रुपए था। कंपनी का कुल खर्च इस दौरान 4,731 करोड़ से दोगुना बढ़ कर 8,662 करोड़ रुपए हो गया है। इस दौरान ब्याज से होने वाली कमाई भी घट कर आधी हो गई है। 2019 दिसंबर में ब्याज से इसकी कमाई 1,400 करोड़ रुपए थी, जो दिसंबर 2020 में 684 करोड़ रुपए रही थी।
हेड क्वॉर्टर पर यस बैंक का कब्जा
अनिल अंबानी के मुंबई के हेड क्वॉर्टर पर यस बैंक ने पहले ही कब्जा ले लिया है। यस बैंक का इस पर कर्ज बकाया था जिसकी वजह से इसने कब्जा कर लिया है। इस हेडक्वॉर्टर पर यस बैंक ने अपना बोर्ड लगा दिया है और अगले 3-4 महीने में वह इसी बिल्डिंग में आ जाएगा। फिलहाल यस बैंक लोअर परेल में इंडिया बुल्स हाउसिंग से अपना कामकाज करता है। यहां पर उसने 6 फ्लोर लिए हैं। अनिल अंबानी का हेड क्वॉर्टर अब नरीमन प्वॉइंट में चला गया है।