नई दिल्ली:बिहार, असम और सिक्किम समेत कुछ राज्यों में सोमवार की रात आठ बजकर 49 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारत-भूटान की सीमा पर सिक्किम के समीप भूकंप का केंद्र था। भूकंप की तीव्रता 5.4 थी और इसके केंद्र की गहराई 10 किलोमीटर थी। धरती के हिलते ही लोग घरों से बाहर निकल पड़े। भूकंप की खबर आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फोन कर स्थिति की जानकारी ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों से भी बात की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम को बताया कि आपदा विभाग के अधिकारियों को अलर्ट किया गया है। स्थिति पर निगरानी की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में पटना, पूर्णिया, भागलपुर अररिया और किशनगंज समेत कई शहरों में ये झटके महसूस किए गए हैं। करीब 8.49 मिनट पर आए भूकंप के तगड़े झटकों के चलते लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए। फिलहाल इस भूकंप से कहीं भी जान-माल के नुकसान की जानकारी नहीं है। मालूम हो कि बीते 15 फरवरी को ही बिहार में भूकंप के तगड़े झटके महसूस किए गए थे। 3.5 की तीव्रता के आए इस भूकंप का केंद्र नालंदा से 20 किलोमीटर उत्तर-पश्चिमी में मौजूद था।
मालूम हो कि भूकंप के खतरे के लिहाज से देश को चार हिस्सों में बांटा गया है। इनमें जोन-2, जोन-3, जोन-4 तथा जोन 5 शामिल है। भूकंप के लिहाज से सबसे कम खतरे वाला हिस्सा जोन-2 माना जाता है जबकि सबसे ज्यादा खतरे वाले इलाके जोन-5 के माने जाते हैं।
देश में नार्थ-ईस्ट के सभी राज्य, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से जोन-5 में जबकि उत्तराखंड के कम ऊंचाई वाले इलाकों से लेकर उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जोन-4 के अंतरगत आते हैं। दक्षिण के ज्यादातर हिस्से सीमित खतरे वाले जोन-2 में आते हैं। आज ही न्यूजीलैंड में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक ये झटके उत्तरी द्वीप के पूर्वी तट पर महसूस किए गए। न्यूजीलैंड में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.1 मापी गई। बताया जाता है कि भूकंप के इन तेज झटकों के बाद लोगों में दहशत का माहौल देखा गया। न्यूजीलैंड में पिछले महीने 8.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप के बाद इलाके में सुनामी का अलर्ट भी जारी किया गया था।