बोइंग कंपनी के सीईओ डेनिस मुलेनबर्ग (55) को पिछले साल वेतन और अन्य लाभों समेत 3 करोड़ डॉलर (207 करोड़ रुपए) का कंपेनसेशन मिला। यह 2017 के मुकाबले 60 लाख डॉलर (41.4 करोड़ रुपए) ज्यादा है। 2018 में पहली बार बोइंग का रेवेन्यू रिकॉर्ड 101 अरब डॉलर तक पहुंचा था। मुलेनबर्ग को इसका फायदा हुआ। लेकिन, पिछले रविवार को हुए बोइंग विमान हादसे की वजह से मुलेनबर्ग को 34 साल के करियर में सबसे कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ रहा है।
हादसे के बाद 2 दिन में 13% गिरा था बोइंग का शेयर
- पिछले हफ्ते बोइंग के शेयर में गिरावट से कंपनी का मार्केट कैप 2.10 लाख करोड़ रुपए घट गया था। 2 दिन में शेयर में 13% गिरावट आई थी। हालांकि, अगले कुछ दिनों में थोड़ी रिकवरी हो गई। लेकिन, बोइंग की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। अमेरिका और भारत समेत दुनिया के 57 देश बोइंग 737 मैक्स 8 विमानों पर रोक लगा चुके हैं। यह विमान कंपनी के रेवेन्यू का प्रमुख जरिया है।
- 15 लाख से ज्यादा कर्मचारियों वाली बोइंग कंपनी ने 737 मैक्स 8 विमानों की डिलीवरी फिलहाल रोक दी है। उसका कहना है कि इसके फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम को अपडेट किया किया जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि 2 महीने डिलीवरी रोकने की वजह से इस साल कंपनी को 5.1 अरब डॉलर (35190 करोड़ रुपए) का नुकसान हो सकता है।
- अमेरिका की ओर से बोइंग के विमानों पर रोक लगाए जाने से पहले मुलेनबर्ग ने कहा था कि कंपनी के एयरक्राफ्ट सुरक्षित हैं, उन पर पाबंदी लगाने की कोई वजह नहीं है। अमेरिका ने यह दलील नहीं मानी और वहां के फेडरल एविएशन ने बोइंग के 737 मैक्स 8 विमानों पर रोक लगा दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि देश के लोगों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे अहम है।
- हालांकि, विश्लेषकों का यह भी कहना है कि मौजूदा संकट से कंपनी की वित्तीय स्थिति पर लंबी अवधि में असर पड़ने के आसार नहीं हैं। अक्टूबर में हुए हादसे के बावजूद पिछले साल कंपनी रिकॉर्ड रेवेन्यू और 10 अरब डॉलर का मुनाफा कमाया था।