22 मई को पूरे देश में मोनव्रत व अनशन कर विरोध प्रदर्शन करेगा
भोपाल। मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में श्रम कानूनों में श्रमिकों के हितों के खिलाफ किए गए बदलावों के विरोध में केन्द्रीय श्रम संगठनों के संयुक्त मोर्चे ने 22 मई को देशव्यापी अनशन व विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है । उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे में इंटक, सीटू, एचएमएस, एटक, सीएआईटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीटीयू , बैंक, बीमा सहित विभिन्न सेक्टर के फेडरेशन व एशोसिएशन शामिल हैं । संयुक्त मोर्चे की कॉरडिनेशन कमेटी के चेयरमेन व इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी. संजीवा रेड्डी ने आव्हान किया है कि 22 मई 2020 को संयुक्त मोर्चे की सभी यूनियनें व फेडरेशन राज्य, जिला, तहसील व संस्थानों पर एक दिवसीय उपवास व प्रदर्शन कर केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा श्रम कानूनों में किए गए बदलाव का विरोध कर उन्हें वापस लेने की मांग करेंगे । यह जानकारी इंटक के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.डी. गौतम ने दी ।