उद्योगपति हेमंत नीमा के ड्राइवर हत्याकांड में सिमरोल पुलिस ने चार और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक नीमा के ही परिवार का सदस्य है। वहीं, शेष कर्मचारी हैं। सबूत सामने आने के बाद खुद नीमा ने भी हत्याकांड को अंजाम देने की बात कबूल ली है। बेटे के साथ हुई हरकत के बाद नीमा ने ही अपने ड्राइवर प्रमोद मतकर की हत्या की प्लानिंग की थी।
ड्राइवर की मौत की इस प्लानिंग में उसके साथ उसका बेटा पीयूष नीमा, रिश्तेदार कुणाल नीमा, ड्राइवर जगदीश उर्फ जग्गू, दूसरा ड्राइवर मोहन, गनमैन लोकेश, बंगले का कर्मचारी सोनू भी शामिल था। पुलिस ने बुधवार को इन चार आरोपियों की भी गिरफ्तारी कर ली। अब इस केस में कुल 7 आरोपी हो गए हैं। वही बुधवार को पुलिस रिमांड पर चल रहे हेमंत नीमा के केसर बाग स्थित बंगले पर पुलिस अधिकारियों की टीम ने फिर दबिश दी और पूरे घर व ऑफिस की सर्चिंग की। करीब डेढ़ घंटे तक एएसपी व सीएसपी की टीम बंगले के अलग-अलग हिस्सों में जाकर हत्याकांड से जुड़े सुराग जुटाने में लगी रही। उद्योगपति हेमंत नीमा ने पूरे षड्यंत्र के साथ ड्राइवर की हत्या की साजिश रची थी। उसे अपहरण करने के बाद उसे बुरी तरह टाॅर्चर कर उससे एक कोरे स्टाम्प पर अंगूठे का निशान भी ले लिया था। ताकि टाॅर्चर करने के बाद यदि वह अपना मुंह खोले या किसी को भी शिकायत करे तो उस स्टाम्प के जरिए वह उसके आरोपों से बच सके। पुलिस को इस स्टाम्प की भी तलाश है। इसीलिए उनकी बंगले पर सर्चिंग की गई। वही पकड़े गए आरोपियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है और पूछताछ के दौरान कई बातों का जिक्र कर रहा है जिस पर जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस हत्याकांड से जुड़े एक-एक व्यक्ति से अलग-अलग पूछताछ कर रही है।