मप्र में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेताओं ने बड़ा खुलासा किया हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज दोपहर सयुंक्त पत्रकार वार्ता कर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह,जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा,वित्त मंत्री तरुण भनोट और विवेक तंखा ने कहा कि कर्नाटक पुलिस ने कांग्रेस विधायकों को बंधक बनाकर रखा हुआ हैं।
इस दौरान विवेक तंखा ने कहां की एक घटना अभी घटित हुई हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायकों को अगवा कर कर्नाटक ले जाया गया हैं ओर उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं। जिससे विधायक अपने परिजनों से भी संपर्क नही कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीतू पटवारी ओर लाखन सिंह जब बेंगलुरु गए तो इनके साथ मारपीट की गई है और इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है जिसकी हम निंदा करते हैं।विवेक तंखा ने कहाँ की अगर पुलिस ने विधायको को नही छोड़ा तो हम सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाआएंगे ओर बताएगे की देश का प्रजातंत्र खतरे में हैं। इस मोके पर कांग्रेस कार्यालय में कर्नाटक में हुई घटना के वीडियो भी प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाए गए।
तरुण भनोट ने कहां की हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत हर चुनोती को स्वीकार करने के लिए तैयार थे मगर हमारे साथ जो व्यवहार हुआ है जिससे हम साफ कह सकते है कि हमारे विधायको को जान का खतरा है। उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मांग की के दोनों मंत्रियों के साथ सभी विधायकों को रिहा किया जाए।
पीसी शर्मा ने कहा कि जितने भी वीडियो आए है उसमे साफ नजर आ रहा है कि इन्होंने हमारे विधायको के साथ गलत व्यवहार किया है। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय से कहना चाहूंगा कि हमारे विधायको को छुड़वाए, मंत्री शर्मा ने सिंधिया के आरोप पर कहाँ की जो सिंधिया समर्थक मंत्री है उनके कार्याकाल में सबसे ज्यादा ट्रांसफर हुए है क्या ज्योतिरादित्य उनपर भी आरोप लगाएंगे।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह प्रमाणित है कि जितनी भी फ्लाइट गई वह सब भाजपा वाले लेकर गए है जिसकी पेमंट भाजपा कार्यालय से हुई है। उन्होंने कहा कि पूरे घटनाक्रम की शुरुआत लोकसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया के हारने के साथ हुई है। उन्होंने इसके बाद पीएम मोदी और अमित शाह से संपर्क किया और जिसके बाद कहाँ की हम ही सरकार गिरा सकते है। जिसके बाद पहला एनकाउंटर हुआ इसमें भाजपा नेताओं ने तय की हम 2 की रात को बंधक बनाआएँगे इसलिए हमने भी वह कमरा बुक किया हुआ था।