सांगली लोकसभा सीट को लेकर महा विकास आघाडी (एमवीए) में खींचतान के बीच, शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी ने गठबंधन की खातिर अपने सहयोगियों के लिए वे सीटें छोड़ दी हैं, जिन पर उसने पांच बार जीत हासिल की थी।
ठाकरे ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार चंद्रहार पाटिल के लिए सांगली में एक रैली को संबोधित करते हुए मतदाताओं से ‘तानाशाही’ के खिलाफ लड़ाई में मतों का विभाजन नहीं होने देने का आह्वान किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि सभी दिन एक जैसे नहीं होते और विश्वास जताया कि ‘इंडिया’ गठबंधन 300 लोकसभा सीटें जीतेगा।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वसंतदादा पाटिल के पोते एवं कांग्रेस नेता विशाल पाटिल निर्दलीय के रूप में मैदान में हैं। भाजपा ने मौजूदा सांसद संजयकाका पाटिल को मैदान में उतारा है।
ठाकरे ने कहा, ‘‘हमने रामटेक सीट छोड़ दी, जिस पर हम लगातार पांच बार जीते थे। हमने कोल्हापुर सीट छत्रपति शाहू महाराज के लिए छोड़ दी। हमने अमरावती भी छोड़ दी क्योंकि गठबंधन से न सिर्फ मुझे फायदा होगा, बल्कि हमारे सहयोगियों को भी फायदा होगा।
इन तीनों सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है जो एमवीए गठबंधन में शामिल है। एमवीए में शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस के अलावा शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) भी शामिल है।