ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद बीजेपी ज्वाइन करने के लिए प्रदेश की राजनीतिक में हलचल पैदा हो गई। एक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी जॉइन करने पर खुशी जाहिर कर रहे हैं। वही बीजेपी के नेता पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन ने इस संपूर्ण कार्रवाई को गलत बताया।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन कहा कि यह घटनाक्रम केवल राजनीतिक लाभ पाने के उद्देश्य से किया गया है क्योंकि सिंधियाजी ने पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर बीजेपी जाॅइन नहीं की है। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी संख्या बल के माध्यम से अपनी ही सरकार को गिराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है चूंकि पार्टी में अगर वैचारिक मतभेद होते हैं तो वह पार्टी एक दूसरे के हितों की रक्षा के लिए काम करती है, लेकिन सिंधिया जी का मकसद केवल खुद के लाभ के पाने को लेकर की ।है ऐसे लोगों के मन में पार्टी देश राष्ट्र की भावना नहीं होती है इसमें केवल खुद का स्वार्थ होता है। वही सिंधिया जी के समर्थक कहते हैं कि पार्टी में उनकी अवमानना हो रही थी उन्हें कोई सुनता नहीं था इसलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा। सत्यनारायण सत्तन ने बताया कि कई पार्टी के कार्यकर्ता जीवन पर्यंत तक अपनी पार्टी के सेवा करते हैं और उनको कोई पद तक नहीं मिल पाता लेकिन उनके पद मिलने का जब अवसर आता है, तो ऐसी घटनाएं हो जाती है, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं के मन में पार्टी के प्रति हीन भावना आ जाती है जिससे वह पार्टी में अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं और अन्य पार्टी में जाने के बारे में सोचना शुरू कर देते है।
वही किसान कर्ज माफी को लेकर किए गए सवाल पर सत्तन जी ने कहा कि सिंधियाजी के मुंह पर 16 महीने से क्या पट्टी बंधी थी वह चुप क्यों बैठे रहे अगर उनको जनता के कल्याण की भावना उनके मन में होती तो वह पहले ही इस तरह का निर्णय ले सकते थे, लेकिन इसमें केवल और केवल पद लिप्सा के अलावा कोई दूसरा यथार्थ नहीं है। वही अपनी सरकार के बारे में सतन जी ने कहा कि बीजेपी को लगता है कि सिंधिया जी के बीजेपी में आने से प्रदेश में उनकी सरकार बन जाएगी तो यह उनके लिए एक सोचने वाली बात होगी क्योंकि बीजेपी को आने वाले दिनों में जो कष्ट होंगे उसके लिए भी तैयार रहना होगा क्योंकि इन लोगों के आने से बीजेपी कार्यकर्ताओं की मूलभूत हित प्रहार होगा,, ऐसी चीजें किसी भी पार्टी को दूषित करती है।