इंदौर पुलिस ने एक अनूठी पहल की शुरुआत की है और इस पहल मे किन्नरों को अपनी एक योजना से जोड़ा है और अब यह किन्नर महिला के प्रति होने वाले अपराधों के ग्राफ को कम करने की भूमिका में नजर आएंगे। प्राम्भिक तौर पर दो किन्नरों को जोड़ा गया है और बखूबी अपने काम को संभाल भी रहे है।
यह नजारा जो आप देख रहे हो यह विजय नगर थाने और खजराना थाने का है। यहां पर ऊर्जा डेस्क में बैठक कर जो यह महिला समस्याओं को सुन रही है। यह महिला नही बल्कि किन्नर है। प्रारम्भीक तौर पर यह दोनों किन्नर संध्या और नूरी को पुलिस ने अपनी ऊर्जा डेस्क के साथ जोड़ा है और दोनो किन्नरों को ऊर्जा डेस्क में आने वाले महिला की समस्याओ को सुनने के लिये बैठाया गया है। वही दोनो किन्नर बड़ी आराम से महिलाओ की समस्याओं को सुनती है फिर उनका निराकरण भी करती है। यदि गम्भीर मामला रहता है तो थाने पर मौजूद अन्य महिला अधिकारियों को मामले की जानकारी देती है और फिर उसका निराकरण करती है। बता दे ऊर्जा डेस्क में पति पत्नी के झगड़े और अन्य पारिवारिक विवाद आते है और इन्ही मामलों को दोनो बड़ी आसानी से सुनती है और फिर उसका निराकरण करती है। इसी के साथ महिला डेस्क के अलावा यह दोनो किन्नर बच्चो के बीच जाकर अवेयरनेस प्रोग्राम भी आयोजित करती है और उन्हें गुड टच और बेड टच की जानकारी भी देती है।
वही दोनो किन्नर का भी कहना है कि जिस तरह से इन्दौर पुलिस ने मुख्य धारा से हमे जोड़ा है। यह काफी सराहनीय काम है और जिस काम को करने के लिए इन्दौर पुलिस ने हमे सोपा है उसका हम डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र और एसएसपी मनीष सोनी पाठक को धन्यवाद देते है। वही जब इस पूरे मामले को लेकर एडिशनल एसपी मनीषा सोनी पाठक से बात की तो उनका भी कहना था कि समाज मे किन्नरों को काफी हीन भावना में देखा जाता है लेकिन जिस तरह से सभी को समानता का अधिकार है तो किन्नरों को भी समानता का अधिकार है। फिलहाल किन्नरों को मुख्यधारा से जोड़ने का अभियान जिस तरह से इंदौर पुलिस ने शुरू किया है वह काबिले तारीफ है और इसका असर भी होते हुए नजर आ रहा है।