पितृ दोष सिर्फ व्यक्ति ही नहीं बल्कि शहर और देश पर भी होता है, इंदौर शहर के पितृ दोष को खत्म करने के लिए ही जनसहयोग से पितृ पर्वत का निर्माण करवाया गया है, और अब इस पितृ पर्वत पर व्यक्ति के सात चक्र सहित सवा लाख सुंदरकांड के पाठ से सिद्ध की हुई हनुमान प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होगी। ये कहना है भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का। वे आज इंदौर में पितृपर्वत पर होने वाले आयोजन की तैयारी के सन्दर्भ में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इंदौर में पितृ पर्वत की स्थापना के बाद शहर का विकास बढ़ा है। अब इस पितृ पर्वत पर पितरेश्वर हनुमान धाम की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य समारोह होने जा रहा है। विजयवर्गीय के मुताबिक 19 दिवसीय इस आयोजन के दौरान इंदौर शहर में मिनी कुंभ का स्वरूप नजर आएगा। यहां संतों के सानिध्य में आध्यात्मिक चेतना का संदेश शहर से दिया जाएगा। विजयवर्गीय ने बताया कि आयोजन के दौरान देश की सबसे बड़ी कलश यात्रा के साथ नगर भोज का आयोजन भी होगा।
वहीं पुलवामा अटैक की पहली बरसी पर जहां देह में शहीदों की शहादत को याद किया जा रहा है वही राजनीतिक हलकों में सियासत भी तेज हो गई है। पुलवामा कांड पर राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए तीन सवाल जिम्मेदारों से पूछे हैं। राहुल गांधी का पहला सवाल है कि पुलवामा कांड से सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ? दूसरा, मामले की जांच में क्या सामने आया और तीसरा की सुरक्षा में हुई चूक के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया गया? राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद लगातार बयानबाजी का दौर जारी है। इस मामले में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी को नादान बताते हुए कहा है कि राहुल गांधी नादान है, इसलिए उन्होंने ऐसा सवाल पूछा है। पुलवामा अटैक जैसे मामलों में राजनीति नहीं की जानी चाहिए। विजयवर्गीय का कहना है कि मैं नादान नहीं हूं और राहुल गांधी के ट्वीट पर जवाब देकर कोई नादानी नहीं करूंगा। विजयवर्गीय का कहना है कि सेना पर सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए। उन्होंने विपक्ष से भी इस मामले में राजनीति नहीं करने की अपील की है।