इंदौर जिला कोर्ट में उमंग स्पीच एंड इयररिंग फाउंडेशन और इंदौर अभिभाषक संघ द्वारा सभी वकीलों के नाक, कान और गले सम्बंधित निशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसकी ओपनिंग जिला सत्र न्यायालय सुशील कुमार शर्मा द्वारा की गई। इस शिविर में अधिकतर वकीलों को कान और गले संबंधित परेशानियां पाई गई।
डॉक्टरों का कहना है कि, वकीलों के प्रोफेशन में उन्हें 7 से 8 घंटे बात करनी पड़ती है, इस बीच में कोई वॉइस रेस्ट इन लोगों को नहीं मिलता है। जिसके कारण वॉइस की समस्या अधिक हो जाती है, लेकिन इसका समाधान है। इसके लिए कुछ थेरेपी और वॉइस टेस्ट देना होते हैं। जिससे वह अपनी वॉइस को बचा कर रख सकते है। ओर भविष्य में लम्बे समय तक वो प्रैक्टिस कर सकते है। इस जांच शिविर में अभी तक लगभग 20 जांच हो चुकी है। वही अभिभाषक संघ के सेक्रेटरी कपिल बिरथरे ने कहा कि, काफी लंबे समय से जिला कोर्ट में डिस्पेंसरी में डॉक्टर की मांग चल रही थी। जिसके लिए स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट से भी मुलाकात की और उन्होंने आश्वासन दिया है कि, जिला कोर्ट की डिस्पेंसरी में स्थाई रूप से सरकारी डॉक्टर नियुक्त किया जाएगा। उमंग फाउंडेशन के सहयोग से सभी वकीलों का निशुल्क नाक, कान, गले की जांच किया गया। जिसकी ओपनिंग जिला सत्र न्यायालय सुशील कुमार शर्मा द्वारा किया गया। अभी तक सौ अधिवक्ता की सूची में नाम आ चुके हैं, जैसे जैसे नाम बढ़ते जाएंगे, वैसे वैसे इसकी सुविधा बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा।