अपनी मांगो को लेकर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बैंककर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। इंदौर की 641 शाखाओं में से 600 शाखाओं में काम बंद है। बैंककर्मियों की हड़ताल से एक दिन में एक लाख 17 हजार करोड़ रुपए का व्यवसाय प्रभावित रहा है। आज बड़ी संख्या में बैंक कर्मी प्रेस क्लब पहुंचे और उनकी मांगों को प्रमुखता से प्रकाशित करने की मांग की, और साथ ही ज्ञापन सौंपा। इसके बाद वे संभागायुक्त कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान बैंक प्रबंधन ने बताया कि, 15 प्रतिशत वेतन बढ़ाने को तैयार है, किंतु शेष मांगों पर सहमति नहीं बन पाई है। जब तक 5 सूत्रीय मांगे नहीं मनी जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा। फोरम संयोजक मोहनकृष्ण शुक्ला ने बताया कि, हड़ताल के कारण प्रदेश की 74 सौ 26 में से 7 हजार शाखाओं में लेनदेन ठप रहा। हालांकि नेट बैंकिंग, मोबाइल बैकिंग और एटीएम इस दौरान चालू हैं। दरअसल बैंककर्मी वेतन बढ़ोतरी, फाइव डे वीक, पेंशन सहित अन्य मांगें पूरी नहीं होने से नाराज हैं। मांगें नहीं मानने पर कर्मचारियों ने 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।