टीवी सीरियल मेरे डैड की दुल्हन के प्रमोशन के दौरान इंदौर आए वरुण बडोला, श्वेता तिवारी और अंजलि तत्रारी ने अपने नए सीरियल के बारे में पत्रकारों से चर्चा की, और कहा मेरे डैड की दुल्हन एक प्रगतिशील कहानी है। जो यह सवाल उठाती है कि, क्या जिंदगी में एक साथी ढूंढने के लिए सिर्फ इसलिए एक निर्धारित उम्र होनी चाहिए की, लोग क्या कहेंगे। उन्होंने कहा कि, यह कहानी एक वयस्क युवती की भावनाएं दिखाती है, जो अपने पिता की जरूरतों और उनकी सलामती के प्रति संवेदनशील है, और इसलिए वह उम्र के दायरे से परे प्यार और शादी स्वीकार नहीं कर पाते हैं, उन्हें एक साथी की जरूरत है। हालांकि सीरियल की कहानी कुछ यूं है की निया एक नए जमाने की इंटरनेट के जमाने की लड़की है, जो बड़ी होशियारी से अपने पिता को एक डेंटिंग ऐप से जुड़ने के लिए मना लेती है, और फिर शुरू होती है सीरियल की कहानी। टेलीविजन की दुनियां में बीते कुछ वर्षों से टेलीविजन में दर्शकों को लगातार प्रभावशाली शहरी कहानियां दिखा रहा है। जिसमें नयापन और ताजगी सीमित कहानियों की गुणवत्ता हो जाती है, इसी को लेकर इस बार दर्शकों की पसंद के हिसाब से मेरे डैड के दुल्हन नामक सीरियल शुरू हो रहा है। जिसे दीया और टोनी सिंह की डीजे क्रिएटिव यूनिट ने बनाया है। उन्होंने इसके पहले भी कई सीरियल बनाये है, जो दशकों के मन को जीत चुका है। बनेगी अपनी बात, जस्सी जैसी कोई नहीं और परवरिश जैसे क्लासिक धारावाहिकों को और ऐसे ही कई लीक से हटकर टेलीविजन ड्रामा शोज निर्माताओं की ओर से पेश किया जा चुका है।