विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के मन्दिर में पतंग एवं चकरी रखकर पतंग उत्सव की शुरुआत सुबह होने वाली भस्मारती में की गई । ज्योतिष गणना के अनुसार मकर संक्रांति इस वर्ष बुधवार को मनाई जाएगी। लेकिन पतंग उत्सव की धूम आज से ही प्रारंभ हो गई है।
ज्योतिषीय गणना के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व इस बार 15 जनवरी बुधवार को मनाया जाएगा। क्योकि सूर्योदय के समय मकर संक्रांति 15 जनवरी को रहेंगी, लेकिन पतंग उत्सव की शुरुआत आज से ही हो गई है। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में आज सुबह भस्मआरती के दौरान बाबा महाकाल के गर्भगृह में पतंग व चकरी रखी गई। शहर में पतंगबाजी देखने को मिलेगी। घरों की छत पर व मैदान में लोग पतंग उड़ाते नजर आएंगे। ऐसी मान्यता है कि किसी भी पर्व की शुरुआत सबसे पहले महाकाल के आंगन से होती है। इसलिए आज पतंग उत्सव की शुरुआत भी बाबा के दरबार मे पतंग चकरी रखकर की गई। इसके बाद यहां भस्मारती की गई। 15 जनवरी की सुबह मोक्षदायिनी क्षिप्रा नदी के किनारे रामघाट पर पर्व स्नान होगा। भक्त शिप्रा स्नान के बाद दान पुण्य करेंगे । साथ ही मंदिरों में सूर्य के उत्तरायण का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार मकर संक्रांति से देवताओं का प्रभातकाल शुरू हो जाता है। और मलमास के समापन के साथ ही शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है।