सांवेर के गांवों में कल-कल करती पहुंची माँ नर्मदा

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पाल कांकरिया गांव में आज उस समय जयकारे गूंज उठे जब बटन दबाते ही नर्मदा माई कल-कल करते खेतों में बह निकली। नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बड़ी संख्या में उपस्थित किसानों के साथ बटन दबाकर नर्मदा गंभीर लिंक सिंचाई एवं पेयजल परियोजना का शुभारंभ किया। इस परियोजना से सांवेर क्षेत्र के 43 गांवों को सिंचाई एवं पेयजल सुविधा मिलेगी। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री श्री रामेश्वर पटेल, विधायक देपालपुर श्री विशाल पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री सिलावट ने इस अवसर पर कहा कि उनका आज वो सपना और संकल्प पूरा हो गया है जो सन 1985 में उन्होंने नर्मदा मईया सांवेर चलो का नारा देकर उठाया था। इस परियोजना से किसानों को निरंतर सिंचाई का जल मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में पेयजल का प्रावधान नहीं था। अनेक गांव में 400 फिट तक बोर करने पर ही पानी नहीं मिलता। ऐसे में इस परियोजना से इन सभी गांव में पीने के पानी का भी इंतजाम किया जायेगा। पंद्रह-पंद्रह गांवों के तीन क्लस्टर बनाकर पेयजल घर-घर में उपलब्ध कराया जायेगा।
नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने सांवेर क्षेत्र के किसानों और ग्रामीणों को इस परियोजना के लिये बधाई दी। उन्होंने कहा कि विगत 15 सालों में सांवेर क्षेत्र उपेक्षित रहा। यहां विकास की अनदेखी की गई। अब मंत्री श्री तुलसी सिलावट के कारण इस क्षेत्र ने विकास की रफ्तार पकड़ ली है। उन्होंने बताया कि नर्मदा विकास प्राधिकरण की पहली बैठक में ही सांवेर क्षेत्र में नर्मदा जल लाने की जोरदार मांग उठाई थी। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ द्वारा किसानो के हित में सह्दयता पूर्वक निर्णय लिया गया। मंत्री श्री सिलावट की पहल पर सांवेर उद् वहन सिंचाई योजना बनाई जा रही है। इसकी लागत 2400 करोड़ रूपये होगी। और इससे क्षेत्र के 182 गांव लाभान्वित होंगे। इस योजना से लगभग 80 हजार हेक्टयर में सिंचाई होगी। मंत्री श्री बघेल ने नगर पंचायत सांवेर के लिये 2.5 एम.एल.डी. पानी का प्रावधान पेयजल के लिये करने का भी ऐलान किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये विधायक देपालपुर श्री विशाल पटेल ने कहा कि मंत्री श्री सिलावट आम जनता के लिये मनोयोग से काम कर रहे है। मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल भी जनता के हर काम के लिये तत्पर रहते है। श्री पटेल ने कहा कि यशवंत सागर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाये। पूर्व मंत्री श्री रामेश्वर पटेल ने इस अवसर पर किसानों को सम्बोधित करते हुये कहा कि सन 1984-85 में की गई कल्पना आज साकार हो गई है। तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अर्जुन सिंह से क्षेत्र वासियों ने मिलकर नर्मदा जल इस क्षेत्र में लाई जाने की मांग रखी थी। जिस पर तत्काल सर्वे प्रारंभ कराया गया था। श्री पटेल ने मंत्री द्वय से मांग रखी की आज जहां माँ नर्मदा आई है वहां नर्मदा कुंड बनवाया जाये ताकि ग्रामजन अमावस पूनम में नर्मदा स्नान कर सकें।

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