
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह भारतीय राजनीति की ऐसी शख्सियत थे जो बेहद कम बोलते थे। मगर जब बोलते, तो बेहद मजबूती से। अब वह शख्सियत हमेशा के लिए मौन हो गई। मनमोहन सिंह ने 92 वर्ष की आयु में दिल्ली एम्स में गुरुवार रात अंतिम सांस ली थी। आज दिल्ली के निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले, शुक्रवार को उनके आवास पर पीएम मोदी-राष्ट्रपति मुर्मू समेत देश के तमाम नेताओं ने श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी भी जाएंगे निगम बोध घाट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी निगम बोध घाट जाएंगे। निगम बोध घाट पर ही राजकीय सम्मान के साथ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख और सीडीएस भी मौजूद रहेंगे। दिल्ली पुलिस के कमिश्नर संजय अरोड़ा ने निगम बोध घाट जाकर तैयारियों का जायजा लिया। कुछ ही देर में मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को निगम बोध घाट ले जाया जाएगा।
पार्टी के शीर्ष नेताओं ने अंतिम बार पूर्व पीएम को किया नमन
कांग्रेस मुख्यालय में पूर्व पीएम को दी गई श्रद्धांजलि
कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मनमोहन सिंह के निधन को ‘दुनिया के लिए क्षति’ बताया
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा ‘मनमोहन सिंह का निधन भारत और दुनिया के लिए क्षति है। सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले नेताओं में से एक के रूप में, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को बदल दिया, लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला और कनाडा सहित दुनिया के साथ मजबूत संबंध बनाए।’
स्मारक विवाद पर भाजपा का आरोप- राजनीति कर रही कांग्रेस
स्मारक विवाद पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘मनमोहन सिंह को उचित सम्मान देने के लिए भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसी के मद्देनजर कल कैबिनेट ने अपनी बैठक में निर्णय लिया कि डॉ. मनमोहन सिंह की याद में एक स्मारक और समाधि बनाई जाएगी और इस बात से कांग्रेस पार्टी को अवगत करा दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अवगत कराया कि सरकार ने स्मारक बनाने का निर्णय लिया है और भूमि अधिग्रहण, ट्रस्ट का गठन और भूमि हस्तांतरण जैसी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद जो भी समय लगेगा, वह काम उचित तरीके से और जल्द से जल्द किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी, जिसने अपने जीवनकाल में कभी डॉ. मनमोहन सिंह का सम्मान नहीं किया, आज उनके निधन के बाद भी राजनीति करती नजर आ रही है। मैं देश को याद दिलाना चाहता हूं कि डॉ. मनमोहन सिंह नेहरू गांधी परिवार से बाहर के देश के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 10 साल तक प्रधानमंत्री का पद संभाला। कम से कम आज दुख की इस घड़ी में राजनीति से बचना चाहिए। जहां तक हमारी सरकार का सवाल है, पीएम मोदी की सरकार ने दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सभी नेताओं को सम्मान दिया है।’
कांग्रेस मुख्यालय पहुंचा पार्थिव शरीर
कांग्रेस मुख्यालय पहुंचा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर।
कांग्रेस मुख्यालय ले जाया जा रहा पूर्व पीएम का पार्थिव शरीर
मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय ले जाया जा रहा है। कांग्रेस मुख्यालय में आम जनता पूर्व पीएम के अंतिम दर्शन कर सकेगी। सुबह साढ़े नौ बजे कांग्रेस मुख्यालय से ही अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सासंद प्रियंका गांधी वाद्रा कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे, थोड़ी देर में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए लाया जाएगा।