दिल्ली. सिंगापुर और हांगकांग में एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों में कीटनाशी के अंश तय पैमाने से ज्यादा पाए जाने के बाद इनके मसालों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. यही नहीं, वहां जो कंसाइनमेंट पहुंच चुका है, उसे भी वापस लौटा दिया गया था. इसके बाद भारतीय एजेंसियां भी सक्रिय दिखती है. अब केंद्र सरकार के फूड सेफ्टी रेगुलेटर एफएसएसएआई (FSSAI) ने स्पाइस मिक्स बनाने वाली सभी कंपिनयों की फैट्रियों में राष्ट्रव्यापी निरीक्षण का आदेश दिया है.
यानी देश के जिन राज्यों में मसालों का उत्पादन होता है, वहां जांच की जाएगी. इस आदेश से माना जा रहा है कि सरकार भारत से होने वाले पांच अरब डॉलर से भी ज्यादा के मसालों के निर्यात को बचाने के लिए कृतसंकल्प है. तभी तो इस क्षेत्र पर कार्रवाई बढ़ गई है. हांगकांग ने पिछले महीने भारत के एमडीएच (MDH) द्वारा बनाए गए तीन स्पाइस ब्लेंड और एवरेस्ट (Everest) द्वारा बनाए गए फिश करी मसाला (fish curry masala) की बिक्री रोक दी थी. सिंगापुर ने एथिलीन ऑक्साइड के उच्च स्तर को चिह्नित करते हुए उसी एवरेस्ट स्पाइस मिक्स ((Everest Spice Mix) को वापस भेजने का आदेश दिया था.
लोकप्रिय हैं ये प्रोडक्ट
एवरेस्ट और एमडीएच के मसाले भारत में बेहद लोकप्रिय हैं. यह भारतीय उपमहाद्वीप में तो खूब बिकते ही हैं, यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका में भी खूब बेचे जाते हैं. इन कंपनियों ने कहा है कि उनके सभी मसाले सुरक्षित हैं.
फिर भी, अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियाई खाद्य अधिकारियों ने कहा कि वे इस मामले पर अधिक जानकारी एकत्र कर रहे हैं. भारत ने तो पहले ही दो ब्रांडों के उत्पादों के परीक्षण का आदेश दिया था. भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि नमूने में लिए गए प्रत्येक उत्पाद का गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों के अनुपालन के लिए विश्लेषण किया जाएगा.