
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में जारी भारी बारिश के बाद प्रशासन ने पिछले 24 घंटे के दौरान अलग-अलग स्थानों पर फसे 200 से ज्यादा लोगों की जान बचाई, जबकि निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. प्रशासन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. जिलाधिकारी इलैयाराजा टी. ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटे में राज्य आपदा मोचन बलऔर होमगार्ड की मदद से 200 से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई है. ये लोग भारी बारिश के बाद अलग-अलग स्थानों पर फंस गए थे.’’
उन्होंने बताया कि इन लोगों में राऊ तहसील के कलारिया गांव में गम्भीर नदी में बाढ़ के बाद इसके टापू पर फंसे 21 ग्रामीण शामिल हैं. प्रशासन के अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) राकेश परमार ने बताया कि इन 21 लोगों को नाव भेजकर बचाया गया जिनमें महिलाएं, बच्चे, मछुआरे और किसान भी हैं. अधिकारियों ने बताया कि एक गर्भवती महिला के बारिश में फंसे होने की सूचना पर चिकित्सा दल को उसकी प्रसूति कराने के लिए जीवनरक्षक नाव के जरिये गवला गांव भेजा गया. उन्होंने बताया कि प्रसूति के बाद जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं.
राहत और बचाव कार्य जारी
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) उमाकांत चौधरी ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर ग्रामीण क्षेत्र में उफनती चोरल नदी में शुक्रवार रात एक वाहन (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल -एसयूवी) बह गया. उन्होंने बताया कि राज्य की पूर्व मंत्री रंजना बघेल के 19 वर्षीय बेटे यश समेत तीन लोग इस वाहन में सवार थे जिन्हें पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से बचा लिया. डीएसपी ने बताया कि यह हादसा तब हुआ, जब चोरल नदी का पानी पुलिया पर होने के बावजूद एसयूवी को इससे गुजारने की कोशिश की गई.
भारी बारिश के कारण जिले में जन-जीवन बेहाल हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि कई स्थानों पर घरों में बारिश का पानी घुस गया है. अधिकारियों ने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है.