इंदौर: 350 करोड़ रुपये खर्च कर महाकाल लोक बनने के बाद अब सरकार उज्जैन की कनेक्टिविटी की तरफ ध्यान देने लगी है। पीडब्ल्यूडी इंदौर-उज्जैन रोड को आठ लेन बनाने की योजना बना रहा है। इस प्रोजेक्ट के लिए लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने अफसरों से चर्चा की है। यदि यह सड़क चौड़ी होती है तो इंदौर से उज्जैन जाने का समय और कम हो जाएगा। अभी यहां फोरलेन है और एक भी फ्लाईओवर नहीं है। लवकुश चौराहे पर एक फ्लाईओवर बनाने के लिए भी लोक निर्माण विभाग जल्द सर्वे शुरू करेगा।
55 किलोमीटर है इंदौर-उज्जैन के बीच की दूरी
इंदौर से उज्जैन के बीच की दूरी 55 किलोमीटर है और करीब एक घंटे का समय लगता है। इंदौर से धरमपुरी तक कई टाउनशिप, कॉलेज और बड़े स्कूल भी खुल गए हैं। इस वजह से दोपहिया और चार पहिया वाहनों का ट्रैफिक इस रुट पर बढ़ गया है, जबकि 100 से ज्यादा यात्री वाहनों के फेर इंदौर से उज्जैन के बीच लगते हैं। राजस्थान की तरफ जाने वाले वाहन भी इंदौर-उज्जैन रोड से नागदा होकर राजस्थान की तरफ जाते हैं। आठलेन बनने से ट्रैफिक वाहन चालक जल्दी दूरी तय कर सकेंगे।
इंदौर-ओंकारेश्वर के बीच भी कनेक्टिविटी होगी ठीक
लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि सिंहस्थ से पहले इंदौर-उज्जैन मार्ग को आठ लेन बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। उज्जैन से काफी यात्री ओंकारेश्वर भी जाते हैं। आठलेन सड़क बनने से ट्रैफिक का दबाव मार्ग पर कम हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इंदौर-इच्छापुर मार्ग को फोरलेन कर रहा है। इसके बाद उज्जैन से ओंकारेश्वर जाना ज्यादा आसान होगा। अभी घाट सेक्शन के कारण समय अधिक लगता है।