
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत की यह टिप्पणी कि वह फोन टैपिंग मामले में नौकरशाहों को गिरफ्तार करवाएंगे, अगर उनका समय आता है तो यह केंद्रीय मंत्री के गुरूर को दर्शाता है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री शेखावत ने एक साक्षात्कार में कथित तौर पर कहा था, “जिन लोगों ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर फोन टैप किया है, वे प्रार्थना करें कि मेरा समय न आए, यदि यह आया तो मुझे पांच आईएएस आईपीएस जेल जाएंगे. वह जुलाई 2020 में राज्य में सरकार गिराने के बारे में कथित तौर पर टेप की गई टेलीफोन पर हुई बातचीत का जिक्र कर रहे थे, जिसके बाद राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) द्वारा मामला दर्ज किया गया था.
शेखावत को आवाज देने के लिए कहा गया था. नमूना क्योंकि प्राथमिकी में उल्लेख नहीं किया गया था कि गजेंद्र सिंह ने ऑडियो क्लिप में केंद्रीय मंत्री शेखावत का उल्लेख किया था. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, “श्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा राजस्थान के आईएएस-आईपीएस अधिकारियों की गिरफ्तारी की धमकी उनके गुस्से को दर्शाती है. अपनी छवि को ब्रांड करने के लिए उन्होंने पहले दावा किया कि वह राजनीति छोड़ देंगे और अब वह नुकसान को नियंत्रित करने के लिए इस तरह की बात कर रहे हैं. शुक्रवार को शेखावत और राजस्थान के पीएचईडी मंत्री महेश जोशी एक प्रोजेक्ट को लेकर आमने-सामने आ गए थे. जयपुर में एक कार्यक्रम में जब जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पहल को परियोजना का दर्जा देने का वादा किया है. राष्ट्रीय महत्व, शेखावत ने उन्हें यह कहते हुए बाधित किया कि पीएम ने कभी यह नहीं कहा होगा. शेखावत ने जोशी को यह साबित करने की हिम्मत की कि पीएम ने वादा किया था और कहा कि गलत साबित होने पर वह राजनीति छोड़ देंगे.