
इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर बन गया है, लेकिन प्लास्टिक फ्री सिटी अभी तक नहीं बन सका है. शुक्रवार को नगर पालिका निगम 2022-23 के बजट प्रस्ताव पर समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसमें प्रदेश के बाजारों को प्लास्टिक और पॉलिथीन मुक्त बनाने की शुरुआत करने की बात की गई. साथ ही इंदौर शहर लगातार नंबर वन बना रहे, इसके लिए बजट में 111 करोड़ पर का प्रावधान किया गया है.
बाजार को प्लास्टिक मुक्त बनाने की तैयारी: बैठक में निगम के आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि इंदौर में इस साल 81 करोड़ के नुकसान का बजट घोषित किया गया है. हालांकि किसी भी वस्तु में कोई भी नए सिरे से टैक्स नहीं लगाए गए हैं. आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया इस बार इंदौर के वे बाजार प्लास्टिक और पॉलिथीन मुक्त रहेंगे, जो शहर की सीमा बढ़ने के कारण नगर निगम सीमा के दायरे में आ गए हैं. ऐसे 29 बाजारों का चयन किया गया है. जहां अब सिंगल यूज पॉलिथीन और प्लास्टिक से बना वह सामान नहीं रखा जा सकेगा, जो प्रदूषण का कारण बनता है.
शहर में स्वच्छता के लिए 111 करोड़ का प्रावधान: शहर में स्वच्छता का स्तर आगे भी बनाए रखा जा सके, इसके लिए ढांचागत विकास और अन्य व्यवस्थाओं के लिए 111 करोड़ का प्रावधान किया गया है. इन राशि से शहर के जल स्त्रोत, नदी और दूषित जल प्रबंधन आदि के कार्य किए जाएंगे. उन्होंने बताया इंदौर में कंस्ट्रक्शन वेस्ट मटेरियल से पेवर ब्लॉक और अन्य वस्तुएं बनाई जा रही हैं, क्योंकि इंदौर में माफिया के खिलाफ व्यापक कार्रवाई हो रही है. इसके अलावा अवैध निर्माण के खिलाफ रिमूवल की कार्रवाई के बाद बड़ी मात्रा में टूटे मलवे से जो कंस्ट्रक्शन वेस्ट निकलता है, उसे अब बायो प्रोडक्ट बनाने के लिए उपयोग में लाया जाएगा.