नई दिल्ली ।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने आतंकी हमलों, साजिश और फंडिंग के 37 मामलों में उसने अभी तक 168 लोगों को गिरफ्तार किया है। देश में इस्लामिक स्टेट (आइएस) की विचारधारा से प्रेरित होकर इसे अंजाम दिया गया। जांच एजेंसी ने कहा कि आतंकी संगठन इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भोले -भाले युवकों को बरगला रहा है।
एनआइए ने कहा कि 31 मामलों में आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है। सबसे नया मामला जून में दर्ज किया गया और सुनवाई के बाद 27 आरोपित दोषी ठहराए जा चुके हैं। जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा, ‘एनआइए द्वारा जांच में उजागर हुआ है कि आइएस भारत में लगातार आनलाइन दुष्प्रचार के माध्यम से अपनी विचारधारा के प्रचार में जुटा है। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर उसके निशाने पर भोले युवक होते हैं।’ एनआइए ने लोगों से इंटरनेट पर ऐसी किसी गतिविधि में शामिल न होने की अपील की है।
देश में दिल्ली आतंकी माड्यूल का भंडाफोड़
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते मंगलवार यानि 14 सितंबर को पाकिस्तान-संगठित आतंकी माड्यूल का भंडाफोड़ कर, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित आतंकवादियों समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया था। ये आतंकवादी देश में आगामी त्योहारों के दौरान कई विस्फोट करने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने कहा था कि पाकिस्तान स्थित अनीस इब्राहिम, जो दाऊद इब्राहिम का भाई है, आतंकी योजना को अंजाम देने के लिए अंडरवर्ल्ड के गुर्गों से जुड़ा था। उन्होंने कहा कि पूछताछ से पता चला है कि पाकिस्तान के आतंकी मॉड्यूल को दो घटकों अंडरवर्ल्ड और पाक-आईएसआई प्रशिक्षित आतंकी माड्यूल के माध्यम से संचालित किया जा रहा था।
आरोपियों की पहचान जान मोहम्मद शेख (47) उर्फ ‘समीर’, ओसामा (22), मूलचंद (47), जीशान कमर (28), मोहम्मद अबु बकर (23) और मोहम्मद आमिर जावेद (31) के तौर पर हुई थी, जिन्हें दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया।