भोपाल । मध्यप्रदेश में 6 दिनों से चली आ रही आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल सातवें दिन समाप्त हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आश्वासन के बाद आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने हड़ताल वापस लेने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले आश्वासन के बाद आशा उषा कार्यकर्ता हड़ताल समाप्त कर काम पर वापस लौट गई है। आशा उषा कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सीएम हाउस में मुलाकात की है। आशा उषा सहयोगिनी कार्यकर्ता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष विभा श्रीवास्तव का कहना है कि 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आज मुलाकात की थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया है कि आप सभी की छह सूत्रीय मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। समस्याओं का भी जल्द निराकरण किया जाएगा। विभाग की बैठक बुलाकर आप सभी की मौजूदगी में मांगों पर बातचीत की जाएगी। जल्द से जल्द संभावित मांगे पूरी करने का प्रयास किया जाएगा। सीएम के आश्वासन के बाद अब आशा उषा कार्यकर्ताओं ने 6 दिनों से चली आ रही अपनी हड़ताल वापस ले ली है।
6 सूत्रीय मांगों है आशा उषा कार्यकर्ताओं की
आशा-उषा कार्यकर्ताओ की 6 सूत्रीय मांगों ये है। आशा-उषा कार्यकर्ताओं को 25 दिन की जगह 30 दिन का पूरा भुगतान दिया जाए। आशा एवं सहयोगी कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी मान्य किया जाए। डिलीवरी के लिए 600 की जगह 1200 रुपये का भुगतान किया जाए। शहरी एवं ग्रामीण आशा कार्यकर्ताओं को समान वेतन दिया जाए। आशा सहयोगिनी को 15 हजार और आशा कार्यकर्ता को 10 हजार रुपए प्रति मासिक किए जाने की मांगे हैं।
दो दिन पहले किया गया था गिरफ्तार
अपनी मांगों को लेकर आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने दो दिन पहले (1250) जेपी अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया था। बड़ी संख्या में आशा-उषा कार्यकर्ताएं धरने पर बैठी थी। मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस में हिरासत में लिया था। हिरासत में लेने के बाद हड़ताल खत्म करने की हिदायत भी दी गयी थी। मांगो को लेकर सीएम से मुलाक़ात के बाद मिले आश्वासन के बाद अब कार्यकर्ताएं काम पर लौट आई है।