सनातन धर्म के अनुसार 18 प्रमुख पुराणों में से एक है गरुड़ पुराण। जिसमें व्यक्ति के जीवन से जुड़ी कई बातें दर्ज है। मान्यताओं के अनुसार इसे महापुराण भी कहा जाता है। इसके अधिपति भगवान विष्णु है। इस पुराण में मुख्य तौर से व्यक्ति की मृत्यु के बाद की, संबंधित बातें वर्णित है। यही कारण है कि जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसकी आत्मा को सद्गति प्राप्त करने के लिए घर में गरुड़ पुराण का पाठ रखवाया जाता है।
कहा जाता है कि गरुड़ पुराण एक ऐसा पुराण है जो व्यक्ति को सब कर्मों के लिए प्रेरित करता है। इसमें जीवन के मूल्यों और आदर्शों का वर्णन पढ़ने को मिलता है। इसके अलावा इसमें ऐसी कई नीतियां बताई गई है जो जीवन को सुधारने में सफल करने में अपना पूरा योगदान देती है। तो वहीं इसमें वर्णित कुछ ऐसे मंत्र हैं जिन्हें करने से व्यक्ति के जीवन की गरीबी दूर हो जाती है। तो चलिए जानते हैं गरुड़ पुराण में बताए गए उन मंत्रों के बारे में जिन्हें काफी महत्व प्राप्त है।
संजीवनी मंत्र है-
यक्षि ओम उं स्वाहा।
गरुड़ पुराण के मुताबिक जो व्यक्ति इस मंत्र को सिद्ध कर लेता, वह व्यक्ति दूसरे के जीवन को भी धन्य कर सकता है।
(नोट: इस मंत्र को सिद्ध करने के और इसका उपयोग करने के नियम भी बताए गए हैं। ध्यान रहे पूरे नियमों को जानने के बाद भी संजीवनी मंत्र का प्रयोग किसी सिद्ध व्यक्ति के सानिध्य में करना चाहिए।
गरीबी दूर करने का मंत्र-
ॐ जूं स:
मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से कुछ ही समय में गरीबी दूर हो जाती है और व्यक्ति धनवान हो जाता है।
बता दें इसके अलावा गरुड़ पुराण में श्री विष्णु सहस्त्रनाम की महिमा का वर्णन है। कहा जाता है कि अगर व्यक्ति लगातार 6 माह तक इसका पाठ करे तो उसके जीवन की हर बाधा दूर हो सकती है।