नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने बताया कि देश में ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए सरकार बड़ी मुस्तैदी से प्रबंध में लगी है। सरकार पांच देशों से 5,805 टन ऑक्सीजन आयात करने जा रही है। इसमें से 3,440 टन यूएई से, 1,505 टन कुवैत से, 600 टन फ्रांस से, 200टन सिंगापुर से और 60 टन बहरीन से आयात की जाएगी। इसके साथ पीएम केयर्स फंड से सरकार एक लाख ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने जा रही है।
गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव पीयूष गोयल ने बताया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चत करने के लिए सरकार 1,619 ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रही है। आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार ने आर्गन और नाइट्रोजन ढोने वाले 408 टैंकर को ऑक्सीजन टैंकर में बदल दिया है। अब तक 101 टैंकर आयात किए गए हैं, जबकि 150 और टैंकर आने वाले हैं। इसके साथ ही देश भर में टैंकर पहुंचाने के लिए 500 चालकों को प्रशिक्षण दिया गया है।
राज्यों को भेजे गए 9,200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया कि विदेशी मदद के रूप में मिली सामग्री से मंगलवार को 9,200 कंसंट्रेटर, 5,243 ऑक्सीजन सिलेंडर और 19 ऑक्सीजन प्लांट राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए। मंगलवार को जो सामग्री मिली वह ज्यादातर यूएई, इजरायल, अमेरिका और नीदरलैंड्स से आई है।
नौसेना के दो और पोत कुवैत से ऑक्सीजन लेकर भारत पहुंचे
भारतीय नौसेना के दो पोत मंगलवार को कुवैत से आक्सीजन लेकर कर्नाटक के न्यू मंगलुरु पोर्ट पर पहुंच गए। नौसेना ने बताया कि समुद्र सेतु द्वितीय अभियान के तहत दो पोत आइएनएस तबर और आइएनएस कोच्चि कुवैत से 100 टन ऑक्सीजन और 1,200 सिलेंडर लेकर भारत पहुंच गए।
किसने क्या किया, क्या दिया–
- संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) से पांच लाख फेवीपिरावर की गोलियां मंगलवार को भारत पहुंचीं।
- दवा बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने भारत को मानवीय आधार पर 2.5 लाख डालर (1.8 करोड़ रुपये) की मदद करने का एलान किया है।
- सस्टेनेबेल एन्वायरन्मेंट एंड इकोलॉजिकल डेवलपमेंट सोसायटी (सीड्स) ने दिल्ली-एनसीआर के लिए 1,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, दो हजार पल्स ऑक्सीमीटर और 20 ऑक्सीजन जनरेटर देने की घोषणा की है। इसके अलावा फेस मास्क, पीपीई किट, 300 बेड और अन्य सामग्री देने की बात भी कही है।
-मिश्र ने 30 टन मेडिकल सप्लाई भेजी है। इसमें 300 ऑक्सीजन सिलेंडर, 50 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और रेमडेसिविर के आठ हजार वायल शामिल हैं।