
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को राष्ट्रीय राजधानी में कोविेड-19 के प्रबंधन के लिए शुक्रवार को नोडल (प्रभारी) मंत्री नियुक्त किया गया। एक आधिकारिक आदेश में यह जानकारी दी गई। इसमें कहा गया कि अगले आदेश तक सिसोदिया अंतर-मंत्रालयी समन्वय के लिए जिम्मेदार होंगे। शहर में कोविड-19 के मामले और संक्रमण की दर लगातार बढऩे के बाद, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने संक्रमण की श्रृंखला को तोडऩे के प्रयासों के तहत बृहस्पतिवार को इस सप्ताह के अंत में कफ्र्यू लगाने और 30 अप्रैल तक मॉल, जिम और सभागारों को बंद रखने की घोषणा की थी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 16,699 मामले सामने आए और 112 मरीजों की मौत हुई।
संक्रमण की दर बढ़कर 20.22 प्रतिशत हो गई जो दिल्ली में अब तक की सबसे अधिक दर है। बुधवार को शहर में संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 17,282 नये मामले सामने आए। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अधिकारियों को मरीजों और उनके साथ आने वाले लोगों की मदद के लिए हर अस्पताल में हेल्प डेस्क बनाने के अलावा बिस्तरों की उपलब्धता के बारे में सूचित करने के लिए हेल्पलाइन शुरू करने का निर्देश दिया है। कोविड संबंधी नियमों के अमल की समीक्षा के बाद बैजल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए सभी एजेंसियों और हितधारकों के ठोस एवं समन्वित प्रयासों की जरूरत है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल स्थिति की समीक्षा के लिए शाम में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। उन्होंने बृहस्पतिवार को अधिकारियों से ऐसी योजना तैयार करने को कहा था जिससे सुनिश्चित हो कि दिल्ली में रेमडेसिवर इंजेक्शनों की कमी न हो। उन्होंने अस्पतालों को उनकी ऐप्लिकेशन पर कोविड-19 बेड से जुड़े मौजूदा डेटा देने का भी निर्देश दिया। रेमडेसिविर कोविड-19 के मरीजों के जल्दी स्वस्थ होने में मददगार है और इसका इस्तेमाल कोविड-19 लक्षणों के उपचार के लिए अन्य दवाओं के साथ किया जाता है।